जम्मू कश्मीरः घाटी में शुरू हुआ ऑपरेशन ‘आतंकी ठोक डालो’, सप्ताहभर में दो PhD होल्डर कमांडर ढेर
By सुरेश डुग्गर | Updated: October 24, 2018 17:58 IST2018-10-24T17:13:32+5:302018-10-24T17:58:58+5:30
सेना के जैकलाई रेजिमेंटल सेंटर से कुछ ही दूरी पर स्थित वन्नबल में एक मकान में छिपे हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने बुधवार को मार गिराया।

आतंकी सब्जारबायें व उसका साथी
कश्मीर में ‘आतंकी ठोक डालो’ आॅपरेशन के तहत सेना ने एक और पीएचडी होल्डर आतंकी कमांडर को ठोक डाला है। साथ ही उसका साथी भी मारा गया है। एक सप्ताह में यह दूसरा अवसर है जबकि दूसरे पीएचडी होल्डर आतंकी कमांडर को मार गिराया गया है। इससे पहले पीएचडी होल्डर आतंकी कमांडर मनान वानी को मार गिराया गया था।
नौगाम मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। सेना के जैकलाई रेजिमेंटल सेंटर से कुछ ही दूरी पर स्थित वन्नबल में एक मकान में छिपे हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने बुधवार को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में एक हिज्ब का जिला कमांडर सब्जार अहमद उर्फ डा सैफुल्ला और दूसरा आसिफ अहमद गोजरी है। इस मुठभेड़ में सेना के छह जवान भी घायल हो गए हैं।
आतंकियों की ओर से शुरू हुई फायरिंग के बाद सुरक्षाबलों ने भी अपनी पोजीशन ले ली और जवाबी फायरिंग की। इस दौरान आतंकियों को कई बार सरेंडर करने के लिए कहा गया,लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी। आतंकियों की गोलियों का जवाब देते हुए सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने के आसपास स्थित घरों से करीब तीन दर्जन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
आतंकियों की मौत के बाद श्रीनगर और अनंतनाग के विभिन्न हिस्सों में भड़की हिंसा
आतंकियों की मौत के बाद श्रीनगर और अनंतनाग के विभिन्न हिस्सों में भड़की हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने सभी प्रभावित इलाकों में निषेधाज्ञा लागू करते हुए इंटरनेट सेवाओं को भी ठप कर दिया। सभी स्कूल कॉलेजों में अवकाश भी घोषित कर दिया गया। एसएसपी श्रीनगर इम्तियाज इस्माईल पर्रे ने बताया कि हमारे पास बीते कुछ दिनों से लगातार खबर आ रही थी कि दक्षिण कश्मीर के कुछ आतंकी श्रीनगर में दाखिल होने के प्रयास में है। इन खबरों के आधार पर सभी संदिग्ध तत्वों की निगरानी शुरू की गई और बीती रात पता चला कि दो आतंकी नौगाम वन्नबल इलाके में हैं। इसका पता चलते ही सोठू कोठर बाग इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। आधी रात के बाद करीब ढाई बजे जैसे ही आतंकी ठिकाने के पास पहुंचे, आतंकियों ने फायरिंग कर दी।
पुलिस ने सोठू कोठार बाग में मुठभेड़स्थल और उसके साथ सटे कुछ घरों को सील करते हुए आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी। लोगों से कहा गया कि जब तक मुठभेड़स्थल को सुरक्षित घोषित न किया जाए, वहां कोई नहीं जाए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर आतंकियों द्वारा फेंके गई ग्रेनेड फटे नहीं थे, अभी बिखरे हुए हैं। इसके अलावा वहां कुछ आईईडी भी हैं। इसलिए आम लोगों से कहा गया है कि वह वहां न जाएं। बम निरोधक दस्ता इस पूरे इलाके की तलाशी लेते हुए वहां बिखरे विस्फोटकों को हटाएगा। जब वह मुठभेड़ स्थल की सफाई कर उसे सुरक्षित घोषित करे, तभी लोग वहां जाएं।
एसएसपी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े पांच तक दोनों तरफ से गोलियों की बौछार होती रही। इस दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी आग लगने से तबाह हो गया और उसमें छिपे दोनों आतंकी मारे गए। दोनों आतंकी स्थानीय ही हैं और उनमें से एक आरिफ अहमद गोजरी निवासी सिरहामा अनंतनाग है और दूसरा संगम नेना अनंतनाग का सब्जार अहमद है। दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उनके शवों के पास से हथियार और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं।
अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में आतंकियों के समर्थक में नारे लगाते हुए सड़कों पर जमा हुए युवा
इस बीच मुठभेड़ की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में शरारती तत्व मौके पर जमा हो गए। उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों को भी लाठियों, आंसू गैस और पैलेट गन का सहारा लेना पड़ा। हिंसक प्रदर्शन नौगाम, वन्नबल, कन्नीपोरा समेत श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिला। अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में भी कई जगह युवक आतंकियों के समर्थक में नारे लगाते हुए सड़कों पर जमा हो गए और उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया।
स्थिति को बिगड़ते देख प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लगा दी। सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित करने के साथ ही अफवाहों पर काबू पाने के लिए इंटरनेट सेवाओं को विभिन्न इलाकों में बंद कर दिया गया है। गत रविवार को कुलगाम में एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मारे जाने के फौरन बाद लोग मुठभेड़ स्थल पर जमा हो गए थे। वहां आतंकियों के हथियारों का एक जखीरा पड़ा हुआ था और लोगों ने कथित तौर पर उसके साथ छेड़खानी की जिससे ग्रेनेड फट गया। इस धमाके में सात लोग मारे गए थे।