पुलवामा में मुठभेड़, लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकवादी ढेर, जवान शहीद, अभियान अभी जारी
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: July 2, 2021 16:41 IST2021-07-02T14:58:35+5:302021-07-02T16:41:40+5:30
आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने पुलवामा जिले के राजपुरा के हाजिन गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था।

घेराबंदी तोड़ भागने के लिए उन पर फायरिंग कर दी। (file photo)
श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकवादी मारे गए और सेना का एक जवान भी शहीद हो गया।
मरने वालों में आतंकियों का एक मददगार भी शामिल था। दोनों तरफ से गोलीबारी चल रही है। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है। जिसमें पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की 44-आरआर(राष्ट्रीय राइफल्स) शामिल है।
कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने बताया कि पुलवामा के हाजिन राजपोरा इलाके में यह मुठभेड़ चल रही है। जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है। अभी आप्रेशन जारी है। आईजी के बयान के कुछ ही देर बाद एक और आतंकी एवं आतंकियों के एक मददगार को मार गिराने में सुरक्षाबलों ने कामयाबी पाई है।
पुलवामा में हो रही मुठभेड़ में सभी आतंकी मारे गए हैं। फिलहाल उनकी संख्या इसलिए स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि सुरक्षाबलों का कहना है कि अभी उन्होंने सर्च आप्रेशन को जारी रखा हुआ है। इन मौतों के साथ ही इस साल सुरक्षाबलों के हाथों 66 आतंकी मारे जा चुके हैं। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हुआ है।
मुठभेड़ के बारे में पहले अधिकारियों ने बताया था कि देर रात से आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों ने शुरू में एक आतंकी को मार गिराया था, जबकि चार आतंकियों के साथ करीब 12 घंटों तक गोलीबारी चली थी। वहीं, एक जवान के भी शहीद होने की खबर है। दोनों तरफ से गोलीबारी चल रही है।
पुलवामा में स्वचालित हथियारों से लैस तीन से चार आतंकी रात 11.30 बजे हांजन, राजपोरा में देखे गए। इसका पता चलते ही पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर गांव की घेराबंदी शुरू कर दी। रात करीब सवा बारह बजे आतंकियों ने जवानों की घेराबंदी तोड़ भागने के लिए उन पर फायरिंग कर दी।
जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और उसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। तीन के करीब आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया था। आतंकियों के खिलाफ जारी मुठभेड़ में सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल के जवान काशी शहीद को गए हैं। इससे पहले उन्हें गंभीर अवस्था में सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।