जम्मू-कश्मीर: शोपियां में आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड हमले में मारे गए यूपी के दो मजदूरों के परिवारों के घर मातम पसरा है। दोनों मजदूर यूपी के कन्नौज के रहनेवाले थे। मारे गए मजदूर में से एक की पत्नी ने बताया कि उनका पति दो महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर गया था। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। उसने कहा कि "मेरे पति वहां 2 महिने से रह रहे थे। मेरी उनसे आखिरी बार बात रात 11 बजे हुई थी।
जम्मू-कश्मीर IGP विजय कुमार के मुताबिक ग्रेनेड फेंकने वाले दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हम उसकी बताई जगहों पर छापे मार रहे हैं और जल्द मुख्य आरोपियों को पकड़ लेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए मजदूरों का जम्मू में ही पोस्टमॉर्टम चल रहा है।
कन्नौज के एसडीएम उमाकांत तिवारी ने कहा कि मजदूरों का शव लखनऊ हवाई अड्डे आएगा जिसके बाद परिवारों को सौंप दिया जाएगा। वहां मौजूद अन्य मजदूरों से बात हुई है जिन्हें आर्मी लेकर गई है। एसडीएम ने बताया कि किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए की साहयता राशि दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि हर स्थिति में हम उनको मुंहतोड़ जवाब देंगे। ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह बहुत दुखद है। हमारी सरकार लगातार आतंकवादियों की सफाई के लिए काम कर रही है। हर स्थिति में हम उनको मुहतोड़ जवाब देंगे। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने भी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि गैर-स्थानीय मजदूर मनीष कुमार और राम सागर की हत्या बहुत दु:खद है। मुझे लगता है कि ये कश्मीर में बैठे नेताओं द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर किया जाता है। कविंदर गुप्ता ने कहा कि उन्हें इस तरह के बयान देना और पाकिस्तान की वकालत करना बंद कर देना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री आगे कहा कि सुरक्षाबलों ने आज कड़ी मेहनत से एक बार फिर कश्मीर में शांति बहाल की। लेकिन ऐसी घटनाओं से प्रयास बाधित होंगे। इन मुद्दों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि कोई भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम न दे। सर्च ऑपरेशन कर ऐसे लोगों को ढूंढ़ना चाहिए। उधर मजदूरों की हत्या के खिलाफ लोग जम्मू में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।