जम्मू-कश्मीर: घटनाएं दर्शा रहीं कि कितने हताश हैं आतंकी
By सुरेश डुग्गर | Published: September 19, 2019 08:26 PM2019-09-19T20:26:34+5:302019-09-19T20:26:51+5:30
जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य करने को लेकर जहां शासन-प्रशासन दिन-रात एक किए हैं, वहीं चंद आतंकियों के मंसूबे पस्त नहीं हो पा रहे हैं। आतंकी अब दुकानदारों को डराने-धमकाने पर उतर आए हैें।
घटना एक: उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले के सोपोर के वारपोरा इलाके में आतंकियों ने बंद का फरमान न मानने पर एक वाहन चालक को पीटने के बाद उसकी कार में आग लगा दी।
घटना दो: शोपियां में शनिवार को आतंकियों ने एक ऑटोमोबाइल वर्कशॉप को जला दिया था जहां वाहनों की मरम्मत हो रही थी।
घटना तीन: बिजबिहाड़ा के बाजार में सईदुल्लाह और उसके तीन साथी अपनी दुकानों को खोलने में नाकाम इसलिए हो रहे हैं क्योंकि आतंकियों ने उनकी दुकानों के बाहर पोस्टर लगा दुकान खोलने पर मारने की धमकी दी है तथा उनकी दुकानों पर टेप लगा उन्हें सील कर दिया है।
यह है दशा नए कश्मीर की। पिछले 49 दिनों से सीलबंद कश्मीर में कश्मीरियों को सरकारी के साथ-साथ आतंकी धमकियों, चेतावनियों तथा पाबंदियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। हालत यह है कि विरोध करने वालों की या तो पिटाई की जा रही है या फिर गोली मार दी जा रही है। अगर किसी को वाहन चलाते देख लिया जाता है तो उसके वाहन को आतंकी आग के हवाले कर दे रहे हैं।
ऐसी ही एक घटना में उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले के सोपोर के वारपोरा इलाके में आतंकियों ने बंद का फरमान न मानने पर एक वाहन चालक को पीटने के बाद उसकी कार में आग लगा दी। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार चार हथियारबंद आतंकियों ने कुपवाड़ा के बशीर अहमद खान की कार को रास्ते में रोक कर जबर्दस्ती उसे बाहर उतार लिया। आतंकियों ने बंद के फरमान के बावजूद घर से बाहर निकलने पर उसकी पिटाई की। साथ ही कार को आग के हवाले कर दिया गया।
यही नहीं शोपियां में शनिवार को आतंकियों ने एक ऑटोमोबाइल वर्कशॉप को जला दिया था जहां वाहनों की मरम्मत हो रही थी। और बिजबिहाड़ा के बाजार में सईदुल्लाह और उसके तीन साथी अपनी दुकानों को खोलने में नाकाम इसलिए हो रहे हैं क्योंकि आतंकियों ने उनकी दुकानों के बाहर पोस्टर लगा दुकानें बंद रखने का आदेश दिया है। नाफरमानी पर मारने की धमकी दी है।
दरअसल अपनी जमीन खोती देख आतंकी अब दुकानदारों को धमकाने पर उतर आए हैं, लेकिन यहां भी उन्हें मुंह की खानी पड़ रही है। बड़ी बात यह है कि आतंकी ग्रामीण इलाकों में भी धमकी भरे पोस्टर और टेप लगाकर दुकानों को सील कर लोगों को डरा रहे हैं।
दरअसल, सीमा पार से आतंकियों पर दबाव है कि वह कश्मीर में हालात सामान्य होने से रोकें। उनसे कहा गया है कि इसके लिए वह जो भी कर सकते हैं करें। इस हाल में अपना वजूद तलाश रहे आतंकी धमकी भरे पोस्टर लगा रहे हैं। यहां तक कि हथियारों से लैस होकर कश्मीर के कुछ इलाकों में दुकानदारों को दुकानें बंद रखने के लिए डरा धमका रहे हैं। यहां तक कि वह कुछ जगहों पर दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के शटरों को सील करने के लिए टेप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अधिकारिक तौर पर पुलिस या प्रशासन इस मुद्दे पर चुप है, लेकिन कश्मीर में सामान्य हो रहे हालात को खराब करने के लिए आतंकवादी सक्रिय हैं। कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों में आतंकियों द्वारा दुकानों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, मस्जिदों के बाहर दीवारों या शटरों पर हाथों से लिखे हुए और टाइप किए गए पोस्टर लगाकर लोगों को डराने का काम कुछ दिन से जारी है।