जम्मू-कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, इस साल अभी तक 27 मारे गए
By सुरेश एस डुग्गर | Published: February 25, 2022 03:47 PM2022-02-25T15:47:28+5:302022-02-25T15:51:16+5:30
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार को हुए मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। वहीं एक नागरिक की भी जान गई है। आतंकियों के खिलाफ 44 राष्ट्रीय राइफल, शोपियां पुलिस और CRPF ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
जम्मू: शोपियां में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है। इसी के साथ इस साल जम्मू कश्मीर में मरने वाले आतंकियों की संख्या 27 हो गई है। हालांकि एक नागरिक की भी जान चली गई। मारे गए नागरिक की पहचान शकील अहमद के रूप में हुई है।
वहीं, मारे गए आतंकियों की आधिकारिक पहचान शोपियां के छत्रीपुरा के रहने वाले मुज्जमिल अहमद मीर और शोपियां के आमशीपुरा के रहने वाले शरीक अयूब के तौर पर हुई है।
सामने आई जानकारी के अनुसार शोपियां जिले के अमशीपोरा इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। आतंकियों ने खुद को घिरा देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी।
44 राष्ट्रीय राइफल, शोपियां पुलिस और CRPF ने दिया ऑपरेशन को अंजाम
सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकियों को मार गिराने में सफलता हासिल की। मौके पर बड़ी संख्या में नागरिकों के मौजूद होने के बाद पहले उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्धों के बारे में जानकारी मिलने के बाद 44 राष्ट्रीय राइफल, शोपियां पुलिस और सीआरपीएफ की 14 बटालियन ने मिलकर अभियान चलाया। जैसे ही संयुक्त टीम जैसे ही मौके पर पहुंची आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मारे गए दोनों आतंकी स्थानीय और इनका संबंध लश्कर-ए-तैयबा से बताया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकवादियों के शवों को अपने कब्जे में ले लिया है। मुठभेड़ स्थल से हथियार, गोलाबारूद के अलावा आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है।
इस साल मारे गए हैं 27 आतंकी
पिछले डेढ़ महीनों में जम्मू कश्मीर में मारे जाने वाले आतंकियों की संख्या में लगभग दोगुना का इजाफा हुआ है। जनवरी से लेकर 25 फरवरी के बीच यहां लगभग 27 आतंकी मारे गए हैं जिसमें से कई विदेशी आतंकवादी भी शामिल हैं। वहीं अगर आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल इसी अंतराल में 8 आतंकी मारे गए थे।
पिछले साल जम्मू कश्मीर पुलिस के ऊपर हुए आतंकी हमले और आम नागरिकों को निशाना बनाने की वजह से ऑपरेशन तेज हो गए और परिणाम यह हुआ कि बड़ी संख्या में आतंकी ढेर कर दिए गए। इस साल के पहले दो महीनों में पांच सुरक्षाबलों के जवान भी शहीद हुए।