पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकी साजिश को सुरक्षा बलों ने किया नाकाम, जम्मू बस स्टैंड से 7 किलो विस्फोटक बरामद

By विनीत कुमार | Published: February 14, 2021 02:29 PM2021-02-14T14:29:14+5:302021-02-14T14:44:36+5:30

पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी के मौके पर सुरक्षाबलों ने जम्मू बस स्टैंड पर बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि आतंकी किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे।

Jammi Kashmir Explosive recovered from Jammu Bus Stand on 14th Feb Pulwama Attack | पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकी साजिश को सुरक्षा बलों ने किया नाकाम, जम्मू बस स्टैंड से 7 किलो विस्फोटक बरामद

जम्मू बस स्टैंड से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद (फाइल फोटो)

Highlightsजम्मू बस स्टैंड से 7 किलो विस्फोटक बरामद, सुरक्षा बलों ने आतंकी साजिश को नाकाम किया जम्मू पुलिस ने एक शख्स को भी गिरफ्तार किया है, पुलिस थोड़ी देर में कर सकती है प्रेस कॉन्फ्रेंस

पुलवामा हमले की बरसी के मौके पर सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर को दहलाने की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों ने जम्मू बस स्टैंड से 7 किलो विस्फोटक बरामद किया है। साथ ही एक शख्स को भी गिरफ्तार किए जाने की खबर है। इस मामले में अभी और जानकारी का इंतजार है।

इससे पहले शनिवार को 'द रिज़िस्टन्स फ्रंट ' (टीआरएफ) से जुड़े एक शीर्ष आतंकवादी को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले से गिरफ्तार किया गया था। वह पिछले साल भाजपा के तीन नेताओं और एक पुलिस कर्मी की हत्या के सिलसिले में वांछित था। 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जहूर अहमद राठेर उर्फ साहिल, उर्फ खालिद जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले में छिपा हुआ था। उसे अनंतनाग पुलिस ने विशिष्ट सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

टीआरएफ आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है। राठेर की गिरफ्तारी से करीब हफ्ताभर पहले पुलिस ने लश्कर-ए-मुस्तफा के स्वयंभू कमांडर हिदायतुल्लाह मलिक उर्फ हसनैन को जम्मू के कुंजवानी से गिरफ्तार किया था। राठेर दक्षिण कश्मीर का रहने वाला है और पाकिस्तान से आने वाले हथियारों को लेने के लिए कथित रूप से सांबा चला गया था।

राठेर ने 2004 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लिया था और पांच विदेशी आतंकियों के साथ भारत में घुस आया था। उसने 2006 में आत्मसमर्पण कर दिया था लेकिन पिछले साल वह फिर से आतंकवाद के रास्ते पर आ गया और टीआरएफ में शामिल हो गया।

बता दें कि दो साल पहले आज ही के दिन (14 फरवरी, 2019) को कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी दस्ते ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

(पीटीआई इनपुट)

Web Title: Jammi Kashmir Explosive recovered from Jammu Bus Stand on 14th Feb Pulwama Attack

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