जामिया छात्रों की पिटाईः कपिल मिश्रा का बयान, कहा- अगर उस दिन कसाब भागकर गन समेत लाइब्रेरी में घुस जाता तो मासूम कहलाता
By रामदीप मिश्रा | Updated: February 17, 2020 13:00 IST2020-02-17T13:00:08+5:302020-02-17T13:00:08+5:30
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस की कथित बर्बरता के दो महीने बाद एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें अर्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मियों को छात्रों को 15 दिसंबर को पुस्तकालय में पीटते हुए देखा जा सकता है।

कपिल मिश्रा (फाइल फोटो)
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कथित बर्बरता के दो महीने बाद एक नया वीडियो सामने आया, जिसके बाद से राजनीति गरमा गई है। विरोधियों के निशाने पर सत्ता पक्ष है। वहीं, दिल्ली मे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा ने सोमवार (17 फरवरी) को देश की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलने वालों को निशाने पर लिया है और विवाद खड़ा कर देने वाला बयान दिया है।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अगर उस दिन कसाब भागकर गन समेत लाइब्रेरी में घुस जाता तो इनोसेंट कहलाता...।' बता दें, अभी हाल में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की टिकट पर लड़ने वाले कपिल मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा है।
इधर, बीते दिन बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया कि जामिया पुलिस की बर्बरता को लेकर कथित तौर पर जो वीडियो सामने आया है उसमें दिखता है कि पुस्तकालय में वास्तव में 'पत्थरबाज' बैठे थे। पुस्तकालय में बैठे छात्रों ने नकाब पहन रखा था और बंद पड़ी किताबों को पढ़ रहे थे। वे छात्र 'पूरी तत्परता के साथ दरवाजे की तरफ देख रहे हैं न कि पुस्तकालय में आराम से पढ़ाई कर रहे हैं।'
मालवीय ने कहा कि पथराव के बाद दंगाईयों ने पुस्तकालय में खुद की पहचान छिपाने का प्रयास नहीं किया? जामिया के दंगाईयों के लिए अच्छा है कि उन्होंने खुद ही अपनी पहचान बता दी।
बता दें, विश्वविद्यालय में पुलिस की कथित बर्बरता के दो महीने बाद एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें अर्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मियों को छात्रों को 15 दिसंबर को पुस्तकालय में पीटते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को जामिया समन्वय समिति ने जारी किया है। इसके सदस्यों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और पूर्व छात्र हैं।
जामिया समन्वय समिति ने सीसीटीवी फुटेज प्रतीत हो रहे 48 सेकंड का यह वीडिया जारी किया है, जिसमें कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के करीब सात-आठ कर्मी ओल्ड रीडिंग हॉल में प्रवेश करते और छात्रों को लाठियों से पीटते दिख रहे हैं। ये कर्मी रूमाल से अपने चेहरे ढंके हुए भी नजर आ रहे हैं।
