कर्नाटक: कांग्रेस के पूर्व पार्षद के ठिकानों से IT ने 42 करोड़ रुपये किए जब्त, HD कुमारस्वामी ने किया तीखा हमला
By आकाश चौरसिया | Updated: October 15, 2023 15:28 IST2023-10-15T15:16:48+5:302023-10-15T15:28:52+5:30
इनकम टैक्स ने कांग्रेस के पूर्व पार्षद से संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसमें अब तक विभाग ने 42 करोड़ रुपए जब्त किए। यह रुपए आईटी अधिकारियों को पूर्व पार्षद के रिश्तेदारों के आवास से मिले हैं।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: इनकम टैक्स ने कांग्रेस के पूर्व पार्षद से संबंधित 6 ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसमें अब तक विभाग ने 42 करोड़ रुपए जब्त कर लिए हैं। यह रुपए आईटी अधिकारियों को पूर्व पार्षद के रिश्तेदारों के आवास से मिले हैं। कांग्रेस नेता की कुंडली पिछले गुरुवार से इनकम टैक्स खंगाल रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, इन रुपयों को बॉक्स में भरकर बेड के नीचे छुपाया गया। वहीं, बताते चले कि आईटी विभाग ने पूर्व पार्षद से जुड़े छह ठिकानों पर छापे मारे हैं। आईटी विभाग ने कहा कि वो कांग्रेस पार्टी से भी जुड़ा रहा है। बताते चले कि अंबिकापति कर्नाटक में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के खिलाफ 40 फीसद कमीशन का आरोप मढ़ने वाले मुखर नेताओं में से एक थे।
IT sleuths concluded raids the residence linked to
former corporator; raids started on Thursday, 12th October. Over Rs 42 crores seized from the residence of a former corporator's close relative. According to officials privy to the investigation, the cash was packed in cartons… pic.twitter.com/sLbRGYJjBm
— ANI (@ANI) October 15, 2023
आईटी अधिकारियों की मानें तो वह पेशे से एक कॉन्ट्रैक्टर भी है। इसके साथ ही विभाग ने उनका नाम आर. अंबिकापति बताया। ये भी कहा कि कर्नाटक में कई ठेकेदार संघ का पदाधिकारी भी है।
आईटी विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो यह रेड बीते गुरुवार की रात को बेंगलुरु के आरटी नगर क्षेत्र में की गई और यह अब तक जारी है। कुछ दिन पहले ही दूसरे कांग्रेस नेता के ठिकानों पर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की थी।
अंबिकापति इससे पहले भी जेल की हवा खा चुके हैं, तब पूर्व मंत्री मुनिरत्ना ने उनके ऊपर आपराधिक मानहानि का केस दर्ज करवाया था। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। अब आईटी विभाग की छापेमारी पर पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस से सवाल करते हुए मोर्चा खोल दिया है।
उन्होंने कहा कि क्या यह रुपये आने वाले चुनावों के लिए इकट्ठा किए गए हैं और इन ठेकेदार के घर मिले रुपयों का असल मालिक कौन है? साथ ही उन्होंने सवाल किया कि यह किसके कंधे पर रखकर यह बंदूक चलाई गई है? उन्होंने आगे कहा किब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने हाल में कुछ ठेकेदारों को 650 करोड़ जारी किए थे।
इसी के बाद इतनी बड़ी मात्रा में रुपयों का मिलना तो यह बताता है कि यह वसूली चुनाव के लिए की जा रही है। यह कितना प्रतिशत है? इसके पीछे छिपे कौन लोग हैं? उन्होंने कहा, "ऐसा लग रहा है चुनाव के मद्देनजर ये 23 बॉक्स में रुपये पड़ोसी राज्य तेलंगाना भेजे जाने वाले थे।