जयपुरः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित सामूहिक बलात्कार, हत्या और उसके जबरन अंतिम संस्कार की घटना से देश में रोष व्याप्त है। कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी हुई है। इस बीच राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र यादव का कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तर भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी भूमिका अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई और समाज में जागरूकता बढ़ाने की है। हमने ऐसे मामलों में तेजी से काम किया है और यौन हिंसा के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कुछ एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं।
इधर, राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान जैसे शांतिप्रिय राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। बजरी माफिया का आतंक, लूट, हत्या के मामले तो बढ़ ही रहे हैं, इसके अलावा महिलाओं एव बच्चियों के साथ छेड़छाड़, दुष्कर्म, गैंगरेप की वारदातें भी राज्य को कलंकित कर रही हैं।
पूनियां ने कहा कि हफ्तेभर के अंदर अलवर के तिजारा, सीकर, आमेर, सिरोही, अजमेर, बारां में दुष्कर्म व गैंगरेप की घिनौनी वादरातें हुईं लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह मौन हैं।
पूनियां ने कहा, 'वे कानून व्यवस्था एवं महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं, ना ही इन मामलों पर संज्ञान ले रहे हैं, ऐसे में पीड़ित लोग न्याय के लिये दर-दर भटक रहे हैं।' पूनियां ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राजस्थान में महिलाओं एवं बच्चियों के साथ हुई वारदातों पर क्यों नहीं बोल रही हैं?
पूनियां ने सवाल किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाद्रा उत्तरप्रदेश तो चले जाते हैं, लेकिन इतनी वारदातें होने के बाद राजस्थान क्यों नहीं आते?