मुंबई: आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार की करीब 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर ली है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार इसमें मुंबई के नरीमन पॉइंट पर स्थित निर्मल टावर सहित सहित पांच संपत्तियां शामिल हैं। पिछले ही महीने आईटी विभाग ने पवार की बहनों सहित रिश्तेदारों और सहयोगियों की संपत्तियों पर छापा मारा था।
आयकर विभाग ने तब अजित पवार के रिश्तेदारों के करीब 70 ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाने का दावा किया था। जब्त की गई संपत्तियों में दक्षिणी दिल्ली में करीब 20 करोड़ का फ्लैट, 600 करोड़ की कीमत वाली जरंदेश्वर शुगर मिल सहित गोवा में करीब 250 करोड़ का रिसॉर्ट शामिल हैं।
पवार ने इन छापेमारी को जांच एजेंसियों का दुरुपयोग बताया था। उन्होंने कहा था, 'मैं परेशान हूं क्योंकि मेरी बहनें जिनकी शादी 35 से 40 साल पहले हुई, उनके परिसरों में छापेमारी की गई है। अगर उनके यहां अजीत पवार के रिश्तेदारों के तौर में छापा मारा गया था तो लोगों को इसके बारे में सोचना चाहिए….कि किस तरह एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।'
अजित पवार एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं। उनके पास अब 90 दिनों का समय होगा जिसमें वे आयकर विभाग द्वारा जब्त संपत्तियों को लेकर ये सबूत पेश कर सकते हैं कि इन्हें बेनामी पैसे से नहीं खरीदा गया है।
अजित पवार पर ये कार्रवाई उस समय की गई है जब हाल में एक बर फिर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ऑफ ब्यूरो (एनसीबी) के कामकाज को लेकर सवाल उठा चुके हैं।
वहीं, कुछ ही घंटे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी धन शोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 12 घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया।