चांद पर लैंडिंग से 2.1 किलोमीटर पहले लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया है। जिसकी वजह से इसरो किसी नतीजे तक नहीं पहुंचा है। इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा है कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। इसरो के वैज्ञानिक देवीप्रसाद कार्णिक ने कहा कि वो अभी नहीं बता सकते कि चांद पर लैंडिंग के पहले विक्रम लैंडर क्रैश हुआ है या नहीं। देवीप्रसाद कार्णिक ने कहा कि डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। हम इतनी जल्दी विक्रम लैंडर के बारे में कुछ भी नहीं बता सकते है। हमें थोड़ा वक्त लगेगा। हम इस बारे में अभी कंफर्म नहीं हैं।
इसरो ने अपनी होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कैंसिल कर दी है। इस मामले की आगे की जानकारी इसरो बाद बाद में देगा।
पीएम मोदी ने कहा- इसरो पर गर्व है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा है कि उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें। पीएम मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों से कहा, यह आपकी कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, आपने बहुत उत्तम सेवा की है, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ये क्षण हौसला रखने के हैं, और हम हौसला रखेंगे। हमें उम्मीद है और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में हम कठिन परिश्रम करना जारी रखेंगे।