महाराष्ट्र सिंचाई घोटालाः अजित पवार से संबंधित कोई केस नहीं हुआ बंद, ACB ने दी जानकारी
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 25, 2019 16:59 IST2019-11-25T16:59:12+5:302019-11-25T16:59:12+5:30
Irrigation scam: लगभग 70,000 करोड़ रुपये का यह घोटाला, पूर्ववर्ती कांग्रेस-एनसीपी के शासनकाल में महाराष्ट्र में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के अनुमोदन और निष्पादन में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से संबंधित है।

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महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले के संबंध में अजित पवार के खिलाफ जांच बंद करने का मामला सामने आया, जिसके बाद प्रदेश के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक परमबीर सिंह ने सफाई दी और उन्होंने इस अफवाह बताया है। उनका कहना है कि आज जो भी मामले बंद हुए उनमें से कोई भी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से संबंधित नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एसीबी के महानिदेशक परमबीर सिंह ने यह जानकारी दी है। साथ ही साथ उन्होंने कहा है कि हम सिंचाई संबंधी शिकायतों में लगभग 3000 टेडरों की जांच कर रहे हैं। ये रोजमर्रा की जांचें हैं जो बंद हुई है। जिसमें पहले से जांच चल रही है वह जारी रहेंगी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजित पवार के इस घोटाले में संलिप्त होने के सवाल पर एक अधिकारी ने कहा था किसी भी मामले में उनकी भूमिका अभी सामने नहीं आई है। एसीबी नागपुर 17 सिंचाई परियोजनाओं के लिए वीआईडीसी द्वारा आवंटित 302 अनुबंधों की जांच कर रही है।
Maharashtra Anti Corruption Bureau (ACB) DG, Parambir Singh to ANI: None of the cases that were closed today are related to Maharashtra Deputy Chief Minister, Ajit Pawar. pic.twitter.com/bX4KMy83Ej
— ANI (@ANI) November 25, 2019
आपको बता दें लगभग 70,000 करोड़ रुपये का यह घोटाला, पूर्ववर्ती कांग्रेस-एनसीपी के शासनकाल में महाराष्ट्र में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के अनुमोदन और निष्पादन में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से संबंधित है। इस मामले में हाल ही में अजित पवार से एसीबी ने पूछताछ कर चुकी है।