वायरस के नए स्वरूप की जांच और टीके के प्रभाव का अध्ययन चल रहा है : जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव
By भाषा | Updated: January 5, 2021 23:51 IST2021-01-05T23:51:24+5:302021-01-05T23:51:24+5:30

वायरस के नए स्वरूप की जांच और टीके के प्रभाव का अध्ययन चल रहा है : जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव
नयी दिल्ली, पांच जनवरी ब्रिटेन में नये कोराना वायरस पर चिंताओं की बीच जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने मंगलवार को कहा कि टीका के असर पर अध्ययन और नए स्वरूप के नमूनों की जांच का काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि जीनोम अनुक्रमण के जरिए वायरस के नए स्वरूप की स्थिति का पता लगाने के लिए इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) की शुरुआत की गयी है और कुछ ऐसी जगहों के नमूनों की जांच की जाएगी, जहां पर कोरोना वायरस की संक्रमण दर बहुत अधिक है।
रेणु ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम इन टीकों के असर को जानने और ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्वरूप की जांच को लेकर अध्ययन का भी प्रयास कर रहे हैं। ’’
‘जीनोम अनुक्रमण कंसोर्टियम’ ब्रिटेन से लौटे लोगों के नमूनों पर जीनोम अनुक्रमण का काम कर रहा है। रेणु ने कहा कि भारत में नये कोरोना वायरस के अब तक 71 मामले आए हैं।
डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर समेत कुछ अन्य देशों से नये कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि वायरस के स्वरूप में आए बदलाव का पता लगाने और संक्रमण रोकने की रणनीति के तहत सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के कोविड-19 के कुल मामलों के पांच प्रतिशत नमूनों के जीनोम अनुक्रमण का भी कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ब्रिटेन के बारे में सुना है, दक्षिण अफ्रीका के बारे भी खबरें हैं। इससे हमें तैयारी करने में मदद मिलेगी।
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