रेडियो एक्टिव पदार्थ के नाम पर ठगी करने वाले इंटरनेशल गैंग का पर्दाफाश, कई गिरफ्तार
By भाषा | Published: March 10, 2019 03:52 AM2019-03-10T03:52:54+5:302019-03-10T03:52:54+5:30
राजस्थान पुलिस ने रेडियो एक्टिव पदार्थ के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इस गिरोह ने रेडियो एक्टिव पदार्थ के नाम पर देश भर में कई करोड़ रुपये की ठगी की है। इन लोगों के पास से डीआरडीओ का फर्जी लैटर हैड भी बरामद किया गया है। पुलिस आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव ने बताया कि इस गिरोह का कर्ता धर्ता मुम्बई निवासी गणेश इंगले है जो रेनसेल कम्पनी का मालिक है। इंगले को मुम्बई व दिनेश आर्य को इंदौर से दस्तयाब किया गया।
वहीं गिरोह में शामिल गणेश इंगले के मुख्य सहयोगी सत्यनारायण आनोरिया, अमित गुप्ता, राकेश गोयल व अन्य को जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब इस गिरोह ने पुणे के योगेश सोनी, समीर मोहिते व गिरीश सोनी के साथ कथित रेडियो एक्टिव पदार्थ की बनी डांन्सिग डॉल के नाम पर डीआरडीओ का नाम का लेते हुए 7-8 करोड रुपये की ठगी की। गिरोह द्वारा कथित रेडियो एक्टिव पदार्थ के नाम पर देश के अलग -अलग हिस्सों में लोगों को मूर्ख बना कर करोडों रुपये की ठगी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया, जिसके सम्बन्ध में थाना जवाहर सर्किल में प्रकरण पंजीबद्ध हुआ । श्रीवास्तव के अनुसार इस गिरोह का मास्टरमाइंड इंगले पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर है।
जिसकी कम्पनी रेंसेल एनर्जी एण्ड मैटल लिमिटेड पर डीआरडीओ, नासा व वल्र्ड न्यूक्लियर एसोशियन के नाम व इस संस्था के फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर लोगों को ठगी रही है। रेंसेल कम्पनी ने अनेक विदेशी लोगों को भी अधिकारी के रुप में रखा हुआ था। कंपनी के ये लोग परमाणु पर अनेक अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भी भाग ले चुके हैं। इन लोगों से एन्टी रेडियोएक्टिव की फर्जी ड्रेस, डीआरडीओ के फर्जी लेटरपेड व कथित कैमिकल टैस्टिंग रिपोर्ट बरामद की गयी। गिरोह के लोग रेडियोएक्टीव पदार्थ से बने आर्टिकल के रूप में डान्सिंग डाल को लोगो को दिखाकर लालच दिखाकर लोगो को फंसाने का काम करते हैं। पुलिस मामले में आगे जांच कर रही है। भाषा पृथ्वी रंजन रंजन