देश के हर गांव में अयोध्या से अक्षत व राम जन्मभूमि की मिट्टी भेजी जाएगी, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पहले राममय होगा देश
By राजेंद्र कुमार | Published: December 10, 2023 04:42 PM2023-12-10T16:42:19+5:302023-12-10T16:43:41+5:30
देश के गांव-गांव और पांच लाख मंदिरों में राम जन्मभूमि की रज और यहां से भेजे गये अक्षतों को प्रतिष्ठित किया जाएगा। अयोध्या से उन्हें भेजे जाने के पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अक्षत पूजन का कार्यक्रम अगले साल जनवरी के पहले सप्ताह में आयोजित किया जायेगा।
लखनऊ: अयोध्या में तैयार हो रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में अगले साल 22 जनवरी को होने वाले मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले ही पूरे देश के माहौल को में राममय किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता यह माहौल बनाने में जुटेंगे। इसके लिए प्राण प्रतिष्ठा उत्सव से ठीक पहले उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक पूरे देश को रामभक्ति के सूत्र में पिरोने की खातिर राम चरण पादुका यात्रा निकालेगी। इसके अलावा देश के हर गांव में अयोध्या से अक्षत व राम जन्मभूमि की रज (मिट्टी) भेजी जाएगी ताकि इसके पूजन एवं संकल्प के साथ ही देश भर के लोगो राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उत्सव मनाए। इस खास आयोजन के लिए देश भर के लगभग पांच लाख मंदिरों का चयन किया गया है। इसके लिए वृहद स्तर पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार हो गई है। भाजपा, संघ, विहिप और सूबे की योगी सरकार उक्त आयोजनों के जरिए जल्दी ही पूरे देश को राममय बनाने में जुटेगी।
देश के गांव-गांव और पांच लाख मंदिरों में राम जन्मभूमि की रज और यहां से भेजे गये अक्षतों को प्रतिष्ठित किया जाएगा। अयोध्या से उन्हें भेजे जाने के पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अक्षत पूजन का कार्यक्रम अगले साल जनवरी के पहले सप्ताह में आयोजित किया जायेगा। इसमें अक्षत व मिट्टी का पूजन होगा। इसके बाद इन्हे देशभर में भेजा जाएगा। भाजपा, संघ और विहिप इस आयोजन को उत्सवी रंग देने का जिम्मा संभालेंगे। विहिप के पदाधिकारियों के अनुसार इन सामग्री को अयोध्या से पहले संघ के मुख्यालयों में भेजा जाएगा। इसके बाद विहिप और भाजपा के कार्यकर्ता इसे गांव तक पहुंचाने का काम करेंगे। इसकी तरह से देश और प्रदेश के हर शहर और गांव में रामचरण पादुका यात्रा निकलने का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
यह रामचरण पादुका यात्रा अयोध्या के राम वनगमन पथ से गुजरेगी और पूरे देश में निकाली जाएगी। उक्त यात्रा के दौरान राम वनगमन पथ के विभिन्न पड़ावों जैसे शृंगवेरपुर, चित्रकूट आदि में भजन, कीर्तन, रामायण पाठ के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सांस्कृतिक झांकियों का आयोजन किया जाएगा. इन झकियों में भगवान श्रीराम के आदर्शों की झलकियां देखने को मिलेंगी ताकि देशवासी उनके आदर्शों को अपनाकर अपने जीवन को सफल बना सकें। इसके साथ ही यूपी के 826 नगर निकायों में हर दिन रामायण परंपरा से जुड़े हुए मंदिरों, स्थलों व हनुमान मंदिरों में मकर संक्रांति से लेकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक भजन, सुंदरकांड और अखंड रामायण के पाठ निरंतर आयोजित होंगे। इसके लिए योगी सरकार 50 करोड़ रुपये खर्च करेगी। सरकार का मानना है कि उक्त आयोजनों से देशभर में राममय माहौल बनेगा.।
शंखनाद का बनेगा रिकार्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के शुभारंभ किया था। तब सैकड़ों पुजारियों ने एक साथ शंख बजकर मंदिर परिसर को गुंजा दिया था। कुछ ऐसा ही नजारा अगले 22 जनवरी को अयोध्या में भी देखने को मिलेगा। सूबे की योगी सरकार राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को दिव्य व भव्य बनाने के लिए कई विश्व रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी की जा रही है। अयोध्या में समारोह से ठीक पहले सभी बाधाओं और दोषों को दूर करते हुए सकारात्मक ऊर्जा संचार के लिए सामूहिक शंख वादन किया जाएगा। एक साथ 1,111 शंखों के जरिए होने वाला यह शंखनाद विश्व रिकॉर्ड बनाएगा। इसके पहले देश के किसी भी मंदिर में इतने शंखो के जरिए शंखनाद नहीं हुआ है। इस कार्यक्रम के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का सहयोग लिया जाएगा।