आनुवांशिक विकार से दो साल के बच्चे की मौत, नेत्रदान से दो जरूरतमंद मरीजों की जिंदगी रोशन, जानें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 21, 2022 13:53 IST2022-12-21T13:52:59+5:302022-12-21T13:53:26+5:30
अक्षज के पिता आनंद बांके शहर के एक निजी विद्यालय में शिक्षक हैं। अपनी इकलौती संतान के शोक में डूबे पिता ने कहा, “मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन मुझे इस बात की तसल्ली है कि उसकी आंखों से दो लोग दुनिया देख सकेंगे।”

टायरोसिनेमिया नामक जन्मजात आनुवांशिक विकार से जूझ रहा था और एमवायएच में इलाज के दौरान सोमवार रात उसने दम तोड़ दिया।
इंदौरः इंदौर में एक दुर्लभ आनुवांशिक विकार से दो साल के बच्चे की मौत के बाद उसके नेत्रदान से दो जरूरतमंद मरीजों की जिंदगी रोशन होने की राह तय हो गई है। शहर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि दो साल का अक्षज बांके टायरोसिनेमिया नामक जन्मजात आनुवांशिक विकार से जूझ रहा था और एमवायएच में इलाज के दौरान सोमवार रात उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि बच्चे के निधन के बाद उसके परिवार की इच्छा के अनुसार उसका नेत्रदान किया गया, जिससे दो जरूरतमंद मरीजों को एक-एक नेत्र प्रत्यारोपित किया जा सकेगा।
अक्षज के पिता आनंद बांके शहर के एक निजी विद्यालय में शिक्षक हैं। अपनी इकलौती संतान के शोक में डूबे पिता ने कहा, “मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन मुझे इस बात की तसल्ली है कि उसकी आंखों से दो लोग दुनिया देख सकेंगे।”