भारत- चीन सीमा पर तनावः महाबोधि मंदिर आने वाले चीनी नागरिकों की एंट्री बैन, 'चायनीज टूरिस्ट आर नॉट एलाउड' का लगाया बोर्ड
By एस पी सिन्हा | Updated: June 28, 2020 19:18 IST2020-06-28T19:18:15+5:302020-06-28T19:18:15+5:30
बोधगया होटल एसोसिएशन ने चीनी यात्रियों के बहिष्कार करने का फैसला किया है. होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन की एक बैठक के यह तय हुआ है कि बोधगया में चीन के नागरिकों की एंट्री बैन रहेगी.

अमेरिका, रूस, जापान जैसे समृद्ध राष्ट्रों समेत दुनियाभर के देश आज भारत के पक्ष में खडे़ हैं. (file photo)
पटनाः भारत- चीन सीमा पर गलवान घाटी में हुई घटना के आक्रोश में बोधगया होटल मालिकों ने चीनी पर्यटकों के होटल में ठहरने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
बोधगया के होटलों में होटल मालिको ने 'चायनीज टूरिस्ट आर नॉट एलाउड' का नोटिस चिपका दिया है. बोधगया होटल एसोसिएशन ने चीनी यात्रियों के बहिष्कार करने का फैसला किया है. होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन की एक बैठक के यह तय हुआ है कि बोधगया में चीन के नागरिकों की एंट्री बैन रहेगी.
बोधगया होटल एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार ने बताया कि इंडो-चीन बॉर्डर पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने घात लगाकर भारतीय वीर सैनिकों पर पिछले दिनों हमला कर दिया. इस घटना में हमारे 20 जवान शहीद हो गए. निश्चित ही यह चीन का कायराना हरकत है और विश्वासघात से हमारे सैनिकों पर हमला किया गया था.
चीन के इस तरह की हरकतों की समूचे विश्व मे निंदा हो रही है
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व चीनियों ने इंडो-चीनी भाई-भाई के मंत्र को तार-तार करते हुए डोकलाम में भी इसी तरह से हाथापाई किया था. दोनों ही बार हालांकि इनको मुंह की खानी पड़ी है. चीन के इस तरह की हरकतों की समूचे विश्व मे निंदा हो रही है. अमेरिका, रूस, जापान जैसे समृद्ध राष्ट्रों समेत दुनियाभर के देश आज भारत के पक्ष में खडे़ हैं.
साथ ही कोरोना महामारी फैलाने के लिए भी चीन की दुनियाभर में किरकिरी हो रही है. ऐसे में बोधगया होटल एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि वे चायनीज पर्यटकों को ठहरने के लिए होटलों में रुम नहीं देगी. होटलों के बाहर 'चायनीज टूरिस्ट आर नॉट एलाउड' का नोटिस चिपका दिया गया है.
चायनीज पर्यटक यहां आएंगे हम उन्हें ठहरने के लिए होटल में रूम नहीं देंगे
एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार ने बताया कि हम चायनीज पर्यटक का विरोध कर रहे हैं. जो भी चायनीज पर्यटक यहां आएंगे हम उन्हें ठहरने के लिए होटल में रूम नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हमारा एसोसिएशन भी देशभक्ति की इसी भावना के साथ खड़ा है और हम किसी भी कीमत पर यहां आने वाले चायनीज पर्यटकों की मदद नहीं करेंगे.
यहां उल्लेखनीय है कि बोधगया में हरवर्ष लाखो की संख्या में चीन, तिब्बत, अमेरिका, न्यूयार्क, फ्रांस, जर्मनी, जापान आदि कई देशों के विदेशी पर्यटक और बौद्ध भिक्षु यहां आते हैं. लेकिन होटल एसोसिएशन के इस निर्णय से यहां आने वाले चीनी पर्यटकों को मुश्किलों का सामना करना पडेगा.
