नई दिल्ली, 20 अगस्त: भारत ने बीते दिन रविवार को एक नई मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जोकि दुश्मनों के छक्के छुड़ाएगी। ये परीक्षण राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज से किया गया है। दरअसल, देश में विकसित गाइडेड बम-एसएएडब्ल्यू और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल हेलिना का राजस्थान में अलग-अलग फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण हुआ।
बताया गया है कि एसएएडब्ल्यू उम्दा दिशासूचक का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न जमीनी लक्ष्यों को तबाह करने में सक्षम है। पोखरण फायरिंग रेंज में हेलिना मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल ने सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेद डाला। यह दुनिया में अत्याधुनिक एंटी टैंक हथियारों में से एक है।
ये हैं भारत के पास स्वदेशी मिसाइलें
अगर भारत की स्वदेशी मिसाइलों की बात करें तो उसके पास नाग मिसाइल है जिसका सफल परीक्षण 1990 में किया गया। इसी तरह धनुष मिसाइल स्वदेशी तकनीकी से निर्मित पृथ्वी मिसाइल का नौसैनिक संस्करण है। यह मिसाइल परमाणु हथियारों को ले जाने की क्षमता रखता है। भारत ने 1990 में आकाश मिसाइल का परीक्षण किया। जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल की तुलना अमेरिका के पेटियॉट मिसाइल से की जाती है। इस मिसाइल की खूबी यह है कि यह एक समय में आठ भिन्न लक्ष्य पर निशाना साध सकती है। इसके अलावा भारत के पास ब्रह्मोस मिसाइल भी है।(भाषा इनपुट के साथ)