भारत का पड़ोस (पाकिस्तान) अब केवल उसकी समस्या नहीं है बल्कि वैश्विक चुनौती बन गया हैः राम माधव
By भाषा | Published: October 21, 2019 03:17 PM2019-10-21T15:17:32+5:302019-10-21T15:17:32+5:30
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ दोस्ताना संबंध रखने में निश्चित रूप से खुशी होगी लेकिन सबसे पहले उसे सीमापार आतंकवाद के प्रमुख मुद्दे पर ध्यान देना होगा।
पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताते हुए भाजपा महासचिव राम माधव ने सोमवार को कहा कि भारत का पड़ोस अब केवल उसकी समस्या नहीं है बल्कि वैश्विक चुनौती बन गया है।
माधव ने कहा कि लोकतांत्रिक दुनिया को साथ में आना चाहिए व पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बाध्य करना चाहिए जो एक वैश्विक समस्या बन गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों तथा दोनों देशों के बीच संवाद की गुंजाइश के बारे में पूछे जाने पर माधव ने कहा कि पिछले सात दशक में रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ दोस्ताना संबंध रखने में निश्चित रूप से खुशी होगी लेकिन सबसे पहले उसे सीमापार आतंकवाद के प्रमुख मुद्दे पर ध्यान देना होगा। अमेरिका-भारत सामरिक संबंध फोरम द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे माधव ने कहा, ‘‘आज हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जहां पाकिस्तान को अब केवल भारत ही मुश्किल संबंधों के तौर पर नहीं देखता।
Ram Madhav,BJP National General Secretary at US-India strategic partnership forum in Delhi:For the last 48 hours, relentless shelling from Pakistan is on,in an effort to push terrorists into Kashmir. Our forces had to go and destroy terror launch pads once again. pic.twitter.com/CCq3lnsqzW
— ANI (@ANI) October 21, 2019
दुनिया के कई देश पाकिस्तान को ऐसे चिंता के मुद्दे के तौर पर देखते हैं जहां खासतौर पर पाकिस्तान में आतंकी ढांचे के बारे में बात हो रही है।’’ माधव ने कहा कि एक वक्त था जब देश भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की सलाह देते थे लेकिन आज कोई ऐसा नहीं कर रहा क्योंकि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बन गया है।
जम्मू कश्मीर के भाजपा मामलों के प्रभारी माधव ने कहा कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद कश्मीर के बारे में पाकिस्तान ने जिस तरह प्रतिक्रिया दी, वह वैश्विक समुदाय के सामने अलग-थलग पड़ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान सरकार देश के आंतरिक मामलों का प्रबंधन करने के संबंध में वाकई गंभीर नहीं है जो सर्वोच्च प्राथमिकता या प्रतिबद्धता होनी चाहिए। दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पड़ोस में ऐसे हालात हैं।’’
एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान पर लागू पाबंदियों के बारे में माधव ने कहा कि वह काली सूची में आने से बाल-बाल बचा है लेकिन कोई नहीं जानता कि अगले साल फरवरी में क्या होगा।