भारतीय रेलवे यात्री को चुकाएगी 30 हजार रुपये, दिल्ली की जिला उपभोक्ता कमिशन ने दिया आदेश, जानें क्या है पूरा मामला
By आकाश चौरसिया | Published: January 21, 2024 04:09 PM2024-01-21T16:09:16+5:302024-01-21T16:19:20+5:30
भारतीय रेलवे को निर्देश जारी कर कहा गया कि पीड़ित यात्री को 30 हजार रुपये चुकाना होगा। इस बाद का आदेश दिल्ली की जिला उपभोक्ता आयोग ने दिया है। इसमें कहा गया कि यात्री को खराब स्वच्छता स्थितियों के कारण भावनात्मक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ा था।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे को दिल्ली उपभोक्ता कमिशन ने निर्देश जारी कर कहा कि पीड़ित यात्री को 30 हजार रुपये चुकाएं। इसमें कहा गया कि यात्री को खराब स्वच्छता स्थितियों के कारण भावनात्मक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ा था।
इस बात की शिकायत यात्री ने कर बताया था कि उसे यात्रा के दौरान खस्ताहालत स्वचालय, जहां न तो स्वच्छता थी और न ही पानी की कोई सुविधा थी।
दिल्ली के जिला उपभोक्ता कमिशन ने यह माना है कि भारतीय रेलवे आधारभूत सुविधाएं नहीं दी। इसके अलावा कमिशन ने कहा कि नागरिक चार्टर के तहत भारतीय रेलवे को यात्रियों की जरुरतों को पूरा करना चाहिए। नागरिक चार्टर प्रतिबद्धताओं का एक दस्तावेज है जिसके मद्देनजर सरकारी संगठनों द्वारा नागरिकों को सभी उपलब्ध सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।
दिल्ली आयोग ने यह भी पाया कि इसके परिणामस्वरूप उपभोक्ताओं को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में कमी आई। इस बात की जानकारी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है।
शिकायतकर्ता के वकील ने तर्क दिया कि भारतीय रेलवे के यात्री ट्रेन में यात्रा के लिए अपने टिकट की पूरी कीमत चुकाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें ट्रेनों में पानी और स्वच्छ शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। ट्रेन में लंबे सफर के दौरान उपभोक्ताओं को इन सुविधाओं की कमी का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
रिपोर्ट की मानें तो शिकायकर्ता ने बताया था कि 3 सितंबर, 2021 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से उसने इंदौर के लिए थर्ड एसी में सफर किया था। पीड़ित यात्री ने कहा कि थर्ड एसी का टिकट स्लीपर कोच के मुकाबले इसका किराया काफी महंगा है।
यह एक कारण नहीं है, जबकि आराम और शांत माहौल सके, इसलिए भी उसने यह टिकट किया था। हालांकि, जब वह दूसरे दिन सुबह उठा तो उसने स्वचालय का रुख किया, जहां उसे न पानी और न ही सफाई दिखी। उसने ये भी बताया कि पानी भी पर्याप्त मात्रा में नहीं था।
यात्री ने यह भी दावा किया कि वॉश बेसिन भी गंदगी से भरा हुआ था। इसके बाद यात्री ने भारतीय रेलवे के ऑनलाइन पोर्टल 'रेल मदद' पर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज कराने के दो घंटे बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।