Indian Railways: स्टेशनों पर इन्क्वायरी बूथ 'सहयोग' नाम से जाना जाएगा, रेल मंत्रालय का फैसला, जानें इसके बारे में
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 1, 2022 05:49 PM2022-08-01T17:49:57+5:302022-08-01T20:06:09+5:30
Indian Railways update: रेलवे बोर्ड के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर नीरज शर्मा ने पत्र के माध्यम मे सूचित किया। पूछताछ केंद्र पर इन्क्वायरी का काम नहीं होता बल्कि यात्रियों की हर मदद की जाती है। अब आपको वहां पर सहयोग काउंटर दिखेंगे।
नई दिल्ली: रेल मंत्रालय (रेलवे बोर्ड) ने अहम फैसला किया है। जोनल रेलवे पूछताछ (सह इंडोर्मेशन) बूथ/काउंटर का नाम बदल दिया गया है। इन्क्वायरी बूथ अब 'सहयोग' नाम से जाना जाएगा। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल को आदेश जारी कर दिया है।
यात्री यहां पर मदद ले सकेंगे। रेलवे ने आज ही आदेश को लागू किया। बोर्ड के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर नीरज शर्मा ने पत्र के माध्यम मे सूचित किया। पूछताछ केंद्र पर इन्क्वायरी का काम नहीं होता बल्कि यात्रियों की हर मदद की जाती है। अब आपको वहां पर सहयोग काउंटर दिखेंगे।
राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान को गतिशक्ति विवि में परिवर्तित करने संबंधी विधेयक लोस में पेश
सरकार ने राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान को गतिशक्ति विश्वविद्यालय में परिवर्तित करने संबंधी विधेयक सोमवार को लोकसभा में पेश किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विभिन्न विषयों पर हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022 प्रस्तुत किया। इसके माध्यम से केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में संशोधन का प्रस्ताव है। विधेयक के माध्यम से राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान को गतिशक्ति विश्वविद्यालय में परिवर्तित किया जाने का प्रस्ताव है।
भारतीय रेलवे की हरित परियोजनाओं के विकास में टेरी, आरईएमसी मिलकर करेंगे काम
ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाला शोध संस्थान ‘द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट (टेरी) ने भारतीय रेलवे के लिये हरित परियोजनाएं विकसित करने को आरईएमसी के साथ गठजोड़ किया है। आरईएमसी, रेल मंत्रालय और राइट्स लि. का संयुक्त उद्यम है। दोनों संस्थानों ने सोमवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
इसके तहत रेलवे के शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य से संबंधित हरित इमारत, प्रदर्शन ऑडिट, ऊर्जा दक्षता परियोजनाएं और शोध कार्यों से जुड़े कार्यों में सहयोग करना शामिल है। टेरी ने बयान में कहा कि वह भारतीय रेलवे के लिये क्षमता निर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिये आरईएमसी के साथ मिलकर काम करेगा। बयान के अनुसार, ‘‘इसके तहत रेलवे के पेशेवरों को सतत विकास के क्षेत्र में तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध करायी जाएगी।’’