‘हम अलर्ट है, आप खुशी से मनाएं दिवाली’, LOC से सेना ने देशवासियों को भेजा भावुक मैसेज, जवानों ने दीप जलाकर फोड़े पटाखे
By आजाद खान | Published: October 23, 2022 11:25 AM2022-10-23T11:25:11+5:302022-10-23T11:55:22+5:30
दिवाली के मौके पर एलओसी से भारतीय सेना ने भावुक मैसेज भेजा है। कर्नल इकबाल सिंह ने कहा, "मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे सैनिक सतर्क हैं और सीमा पर निगरानी रख रहे हैं।"
नई दिल्ली:दिवाली के मौके पर सेना के जवानों ने शुभकामनाएं देते हुए आम लोगों को भावुक मैसेज दिया है। इस पर बोलते हुए कर्नल इकबाल सिंह ने कहा कि सीमा पर सैनिक अलर्ट है, ऐसे में देशवासी भयमुक्त होकर पूरे हर्ष व उल्लास के साथ दिवाली मनाएं।
सेना के जवानों की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें उन्हें लक्ष्मी पूजा और लक्ष्मी-गणेश करते हुए देखा गया है। पूरे देश में आज धनतेरस मनाया जा रहा है और कल दिवाली मनाई जाएगी।
Jammu and Kashmir | Indian Army soldiers posted along the Line of Control (LoC) in the Akhnoor sector burst crackers & lit earthen lamps as #Diwali festivities began with Dhanteras yesterday pic.twitter.com/ekmaKMJiJr
— ANI (@ANI) October 22, 2022
सेना ने क्या कहा
दिवाली के इस अवसर पर कर्नल इकबाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि चिंता न करें और पूरे हर्षोल्लास के साथ दिवाली का त्योहार मनाएं। मैं देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं देना चाहता हूं और उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे सैनिक सतर्क हैं और सीमा पर निगरानी रख रहे हैं।"
सेना ने ऐसे मनाई दिवाली
सेना के जवानों ने भारतीय सैनिक बॉर्डर पर दिवाली को सेलिब्रेट कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के एलओसी पर तैनात जवानों ने दीपक जलाकर इस त्योहार का स्वागत किया है। इस दौरान जवानों ने धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा और लक्ष्मी-गणेश पूजा भी की।
ऐसे में जवानों के कुछ फोटो भी सामने आए है जिसमें वे दीप जलाते दिखाई दिए है। जवानों को मोमबत्तियां जलाते और हाथ में दीया भी लिए हुए देखा गया है।
क्यों मनाई जाती है दिवाली
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह वहीं दिन है जिस दिन भगवान राम वनवास से घर वापस आए थे। वे रावण का वध कर 14 साल बाद वनवास से अपने घर आए थे। ऐसे में उनके लौटने के खुशी में दीपें जलाई गई थी।
यही कारण है कि हर साल दिपावली में दीप जलाया जाता है और भगवान राम के वनवास से वापस आने की खुशी मनाई जाती है।