भारत के विदेश मंत्रालय ने आखिरकर मान लिया है कि पाकिस्तान ने जो भारतीय पायलट को गिरफ्तार किया है, वो भारतीय है। विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि भारतीय वायुसेना के जवान को पाक सेना की हिरासत में किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचाया जाए। भारत को उनके तत्काल और सुरक्षित वापसी की भी उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान द्वारा इंडियन एयरफोर्स के घायल जवान की तस्वीर जारी करने पर हुए इंटरनैशनल ह्यूमैनिटेरियन लॉ और जेनेवा कनवेंशन के मानदंडों के उल्लंघन करने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है।
27 फरवरी की शाम साढे तीन बजे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तानी वायुसेना पर भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, इस हमले को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया लेकिन हवाई मुकाबले में एक मिग लड़ाकू विमान गिर गया और एक पायलट “कार्रवाई में लापता” हो गया है। हालांकि लापात भारतीय पायलट के बारे में भारत सरकार की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत की सरकार को अभी तक पाकिस्तान की सरकार ने अधिकारिक तौर पर ये जानकारी नहीं दी है कि उन्होंने उसके दो भारतीय पायलट को गिरफ्तार किए हैं।
पाकिस्तानी सरकार ने पहला बयान पलटकर कहा- एक ही पायलट कब्जे में
पाकिस्तानी सेना ने अपना बयान पलटते हुए दावा कर रही है कि उनके पास दो भारतीय पायलट नहीं बल्कि एक ही भारतीय पायलट हैं। पाकिस्तान की ओर से पहले दावा किया गया था कि उन्होंने दो भारतीय पायलट को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अब पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर जानकरी दी है कि उनके पास भारत का एक ही पायलट है।
प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा, पाकिस्तानी आर्मी ने एक ही भारतीय पायलट को गिरफ्तार किया है। जिनका नाम विंग कमांडर अभिनंदन है। सैनिक के नियमों के तहत ही भारतीय पायलट को सारी सुविधा दी जा रही है।
भारत ने मार गिराए 350 जैश के आतंकी
भारत ने दावा किया है कि भारतीय वायुसेना के विमान मिराज-2000 जेट ने 26 फरवरी सुबह 3 बजकर 53 मिनट पर मुजफ्फराबाद से 24 किलोमीटर दूर बालाकोट स्थित जैश के ठिकानों पर पहली स्ट्राइक की। ये एयर स्ट्राइक 21 मिनट तक चली। पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हजार किलोग्राम बम गिराकर 350 आतंकी को मार गिराये गए हैं।