रूसी हथियारों को लेकर अमेरिका को भारत की दो टूक- बाकी विकल्प हैं बहुत महंगे: रिपोर्ट
By मनाली रस्तोगी | Published: April 8, 2022 02:31 PM2022-04-08T14:31:27+5:302022-04-08T14:35:42+5:30
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच भारत लगातार राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए रूस से कम दामों पर हथियार और तेल खरीदने की बात कर रहा है। फिलहाल, अमेरिका को ये बात कुछ खास पसंद नहीं आ रही है। इस बीच भारत का कहना है कि रूसी हथियारों के विकल्प बेहद महंगे हैं।
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका लगातार भारत द्वारा रूस से हथियार खरीदने को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहा है। बता दें कि अमेरिका लगातार भारत को रूस से हथियार और सस्ता तेल खरीदने को लेकर चेतावनी जारी कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच इन मुद्दों पर एकांत में होने वाली बातचीत से रुख अलग है। अमेरिका की उपविदेश सचिव विक्टोरिया नूलैंड की भारत यात्रा के दौरान हुई बातचीत का हवाला देते हुए नाम ना बताने की शर्त पर एक सूत्र ने ये जानकारी दी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान का सामना करने के लिए उन्होंने हथियारों का विकल्प देने में मदद करने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, 11 अप्रैल को भारत और अमेरिका के बीच होने वाली 2 +2 बातचीत से पहले नूलैंड से भारत ने कहा था कि रूसी हथियारों के विकल्प बहुत महंगे हैं। इसके अलावा भारतीय कंपनियों के साथ रूस की कंपनियां ज्वाइंट वेंचर करने की भी इच्छुक हैं। इसमें तकनीक का हस्तांतरण भी शामिल है। हालांकि ऐसा करने से अमेरिकी रक्षा कंपनियां कतराती हैं।
बताते चलें कि भारत और अमेरिका के बीच 11 अप्रैल को टू प्लस टू वार्ता होनी है। दोनों देशों के बीच यह चौथे मंत्रिस्तरीय बातचीत, जिसमें अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर की मेजबानी करते हुए नजर आएंगे। टू-प्लस-टू संवाद के लिएअमेरिका और भारत के विदेश और रक्षा मंत्री पहले सोमवार और मंगलवार को वॉशिंगटन में मुलाकात करेंगे।