Coronavirus Update: UN के कोरोना वायरस के टीके को बराबरी से उपलब्ध कराए जाने वाले प्रस्ताव का भारत ने किया समर्थन

By भाषा | Updated: April 22, 2020 20:46 IST2020-04-22T20:46:55+5:302020-04-22T20:46:55+5:30

कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में अपने पैर पसार लिए हैं। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र महासभा एक प्रस्ताव पेश किया है कि भविष्य में महामारी से निपटने के लिए भविष्य में विकसित होने वाले किसी टीके को निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायसंगत ढंग से उपलब्ध कराया जाए। संयुक्त राष्ट्र के इस प्रस्ताव का भारत ने समर्थन किया है।

India supported United Nation appeal to provide Coronavirus Vaccine | Coronavirus Update: UN के कोरोना वायरस के टीके को बराबरी से उपलब्ध कराए जाने वाले प्रस्ताव का भारत ने किया समर्थन

अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया गया था। पाकिस्तान उन कुछ छोटे देशों में शामिल है जिसने इस प्रस्ताव को प्रायोजित नहीं किया।(फोटो सोर्स- इंटरनेट)

Highlightsकोरोना वायरस से दुनियाभर में 1,77,000 लोगों की मौत हो चुकी है और इससे 25 लाख से अधिक लोग संक्रमित है। भारत उन 179 देशों में शामिल हैं जिसने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया है।

संयुक्त राष्ट्र: भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा उस प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमें आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति और कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से निपटने के लिए भविष्य में विकसित होने वाले किसी टीके को निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायसंगत ढंग से उपलब्ध कराये जाने का आह्वान किया गया है। कोरोना वायरस से दुनियाभर में 1,77,000 लोगों की मौत हो चुकी है और इससे 25 लाख से अधिक लोग संक्रमित है। 

193 सदस्यीय महासभा ने मैक्सिको के उस प्रस्ताव को स्वीकार किया जिसमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए विश्व को दवाओं, टीकों और चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया गया था। पाकिस्तान उन कुछ छोटे देशों में शामिल है जिसने इस प्रस्ताव को प्रायोजित नहीं किया। भारत उन 179 देशों में शामिल हैं जिसने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया है। इस प्रस्ताव में आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति और कोरोना वायरस महामारी से निपटने के वास्ते भविष्य में विकसित होने वाले किसी टीके को निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायसंगत ढंग से उपलब्ध कराये जाने की बात कही गई है। 

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, 'भारत ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और विकास भागीदारी के माध्यम से दवाओं की वैश्विक उपलब्धता का समर्थन करने में लगातार सहयोग किया है।' उन्होंने कहा, 'इसके अलावा, हम कोरोना वायरस के मद्देनजर यूनिसेफ जैसी बहुपक्षीय एजेंसियों की वैश्विक आपूर्ति के स्रोतों की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। इसलिए हम इस महत्वपूर्ण पहल के सह-प्रायोजक बनकर खुश हैं।' भारत मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जैसी कई दवाओं को कई देशों को भेजने में सबसे आगे है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह भारत जैसे उन देशों को ‘‘सलाम’’ करते है जो कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अन्य देशों की मदद कर रहे है। 

अमेरिका, मॉरीशस और सेशेल्स सहित कई देशों ने पहले ही दवा प्राप्त कर ली है। अपने पड़ोसी देशों में, भारत अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका को दवा भेज रहा है। पाकिस्तान ने कहा कि मैक्सिको द्वारा तैयार किये गये प्रारूप में कुछ संदेह हैं। इस प्रस्ताव को अमेरिका का समर्थन मिला है और यह कोरोना वायरस महामारी पर महासभा द्वारा स्वीकार किया गया दूसरा दस्तावेज है। इससे पहले इस महीने महासभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव स्वीकार किया था जिसका भारत समेत 188 देशों ने समर्थन किया था। 

इस प्रस्ताव में 'समाज और अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित कर रहे' कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को तेज करने का आह्वान किया गया था। प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ करीबी सहयोगी कर कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवाओं, टीकों और चिकित्सा उपकरणों को दुनियाभर में उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार विश्व में कोरोना वायरस के 25 लाख से अधिक मामले है और इस वायरस से 1,77,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

Web Title: India supported United Nation appeal to provide Coronavirus Vaccine

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