भारत ने किया ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण, समुद्र से समुद्र में मार करने की क्षमता
By विनीत कुमार | Published: January 11, 2022 01:08 PM2022-01-11T13:08:43+5:302022-01-11T14:14:56+5:30
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण पश्चिमी समुद्री तट पर किया गया। भारतीय नौसेना के सूत्रों के अनुसार परीक्षण सफल रहा और मिसाइल ने पूरी सटीकता के साथ निशाना साधा।
नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल का परीक्षण पश्चिमी समुद्री तट पर भारतीय नौसेना के विध्वंसक जहाज आईएनएस विशाखापट्टनम से किया गया। यह मिसाइल का समुद्र से समुद्र में मार करने वाला स्वरूप है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने भारतीय नौसेना के सूत्रों के हवाले से बताया कि परीक्षण में मिसाइल ने अपनी अधिकतम रेंज के साथ टार्गेट शिप को पूरी सटीकता के साथ निशाना बनाया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से मिसाइल के परीक्षण की तस्वीर भी जारी की गई है।
Advanced sea to sea variant of BrahMos Supersonic Cruise missile was tested from INS Visakhapatnam today. Missile hit the designated target ship precisely. @indiannavy@BrahMosMissile#SashaktBharat#AtmaNirbharBharatpic.twitter.com/BbnazlRoM4
— DRDO (@DRDO_India) January 11, 2022
दिसंबर 2020 में एंटी-शिप मोड में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का एक निष्क्रिय भारतीय नौसेना पोत पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। डीआरडीओ और रूस के एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से ब्रह्मोस के तहत इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को विकसित किया गया है।
कई भूमिका निभाने और अलग-अलग प्लेटफॉर्म से लॉन्च किए जा सकने वाले सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली का मौजूद दौर के युद्धक्षेत्र में काफी महत्व है। इनसे समुद्र, जमीन के साथ-साथ हवा में भी लक्ष्यों को भेजा जा सका है। भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों- नौसेना, थल सेना और वायु सेना में इन हथियारों को तैनात किया गया है।
पिछले महीने भारत ने ओडिशा तट के पास सतह से सतह पर मार करने में सक्षम स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल ‘प्रलय’ का भी सफल परीक्षण किया था। ‘प्रलय’ 150 से 500 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ, ठोस रॉकेट मोटर और अन्य नई तकनीक से लैस है। मिसाइल प्रणााली में अत्याधुनिक नौवहन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हुए हैं।