लाइव न्यूज़ :

भारत ने पिनाक मिसाइल प्रणाली का किया सफल परीक्षण, 15 दिनों में करीब 24 पिनाक दागे गये

By भाषा | Updated: April 9, 2022 21:36 IST

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि करीब 24 पिनाक एमके-I(एनहैंस्ड) रॉकेट सिस्टम (ईपीआरएस) को पिछले एक पखवाड़े में अलग-अलग स्थानों से दागा गया और इसने हथियारों के लिए निर्धारित सटीकता और निरंतरता के मानकों को पूरा किया।

Open in App
ठळक मुद्देडीआरडीओ और सेना ने पोखरण में पिनाक रॉकेट प्रणाली के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया15 दिनों में करीब 24 पिनाक एमके-I(एनहैंस्ड) रॉकेट सिस्टम (ईपीआरएस) को दागा गयाडीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने इस शपलता के लिए टीम को बधाई दी है

दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना ने पोखरण फायरिंग रेंज में पिनाक रॉकेट प्रणाली के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया है। इस बात की जानकारी रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने शनिवार को दी।

मंत्रालय ने बताया कि करीब 24 पिनाक एमके-I(एनहैंस्ड) रॉकेट सिस्टम (ईपीआरएस) को पिछले एक पखवाड़े में अलग-अलग स्थानों से दागा गया और इसने हथियारों के लिए निर्धारित सटीकता और निरंतरता के मानकों को पूरा किया। ईपीआरएस, पिछले दशक से भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पिनाक स्वरूप का अद्यतन संस्करण है।

मंत्रालय ने कहा कि रॉकेट प्रणाली को उन्नत प्रौद्योगिकी,सामने आ रही जरूरतों को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई मारक क्षमता के साथ अद्यतन किया गया है।

इस संबंध में रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ पिनाक एमके-I(एनहैंस्ड) रॉकेट सिस्टम और पिनाक एरिया डेनियल म्यूनिशन (एडीएम) रॉकेट सिस्टम का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना द्वारा पोखरण फायरिंग रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।’’

बयान में कहा, ‘‘ इस परीक्षण के साथ ही उद्योग द्वारा ईपीआरएस की इस प्रौद्योगिकी को अंगीकार करने का शुरुआती चरण सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है और उद्योग साझेदार उपयोगकर्ता परीक्षण/रॉकेट प्रणाली के उत्पादन के लिए तैयार हैं।’’

रक्षा मंत्रायल के बयान में कहा गया है कि पिनाक रॉकेट प्रणाली का विकास पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना ने की है और इसमें पुणे में ही स्थित डीआरडीओ की एक अन्य इकाई उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला ने सहयोग किया है।

मंत्रालय ने बताया कि पिनाक की प्रदर्शन कुशलता और बढ़ी हुई मारक क्षमता स्थापित होने के बाद इसकी प्रौद्योगिकी नागपुर स्थित म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल)और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड को स्थानांतरित किया गया। मंत्रालय ने बताया, ‘‘डीआरडीओ द्वारा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत एमआईएल द्वारा उत्पादित रॉकेट का इस अभियान के दौरान परीक्षण किया गया।

पोखरण फायरिंग रेंज में म्यूनिशन्स का फ्यूज के अलग-अलग स्वरूप जिनका इस्तेमाल पिनाक रॉकेट प्रणाली में इस्तेमाल किया जा सकता है, उनका भी सफल मूल्यांकन किया गया।’’ डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने रॉकेट के परीक्षण परियोजना में शामिल टीम को बधाई दी है।

टॅग्स :डीआरडीओभारतीय सेना
Open in App

संबंधित खबरें

भारतDRDO के हाई-स्पीड रॉकेट-स्लेज ट्रायल में फाइटर जेट एस्केप सिस्टम की सफलता दिखाई गई | WATCH

भारतऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने उरी हाइड्रो प्लांट पर हमला करने का किया था प्रयास, CISF ने ऐसे किया नाकाम

भारतTejas Fighter Jet Crashes: भारत का तेजस फाइटर जेट क्रैश, देखें दिल दहला देने वाला वीडियो

भारतWATCH: भारतीय सेना ने नए वीडियो में टैक और पैदल सेना के तालमेल की दिखाई पावरफुल झलक

क्रिकेटIndia A vs South Africa A, 2nd Unofficial Test: पहली पारी में नाबाद 132 और दूसरी पारी में नाबाद 127 रन, कोलकाता टेस्ट से पहले जुरेल का शानदार प्रदर्शन

भारत अधिक खबरें

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी