भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। पाकिस्तान के द्वारा बार-बार कश्मीर का राग अलापने के चलते संयुक्त राष्ट्र में खरी-खोटी सुनाई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने गुरुवार को पाकिस्तान को कहा है कि शांतिप्रद कॉन्टेंट होना जरूरी है।
उन्होंने कहा है कि मैं पाकिस्तान को याद दिलाना चाहता हूं कि स्थिर समाधान के लिए सोच में शांतिप्रद इरादा और ऐक्शन में शांतिप्रद कॉन्टेंट का होना जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि अलग-थलग पड़े डेलिगेशन ने भारत के अभिन्न हिस्से का बार-बार अनुचित जिक्र किया है।
उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि पाकिस्तान की नई सरकार पोलमिक्स में शामिल होने के बजाय, एक सुरक्षित, स्थिर, सुरक्षित और विकसित दक्षिण एशियाई क्षेत्र, आतंक और हिंसा से मुक्त बनाने के लिए रचनात्मक रूप से काम करें।
भारत की ओर से पेश किया गया ये बयान पाकिस्तान की नई सरकार के लिए अहम होगा। बीते कई दिनों सीमा से लेकर हर रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव देखा जा रहा है। ऐसे में कश्मीर का नाम लिए बगैर अकबरुद्दीन ने कहा कि एक असफल अप्रोच को बार-बार अपनाना (जो काफी समय पहले ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा खारिज किया जा चुका है) न तो शांतिप्रद इरादे को और न ही शांतिप्रद कॉन्टेंट को जाहिर करता है।
उन्होंने आगे कहा कि हम पाकिस्तान की नई सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह वाद-विवाद में फंसे बिना सुरक्षित, स्थिर और विकसित दक्षिण एशियाई क्षेत्र का निर्माण करने के लिए सकारात्मक रूप से काम करेगी। भारतीय प्रतिनिधि ने पड़ोसी मुल्क से क्षेत्र को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त करने की दिशा में काम करने की भी उम्मीद जताई।
दोनों देशों में इन दोनों किसी भी तरह की अहम बातचीत बंद है। इमरान खान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह भारत और पाकिस्तान में पहली बातचीत है।