चीन के फिंगर एरिया से पीछे हटने के सुझाव को भारत ने किया खारिज, सेना हर कार्रवाई के लिए है तैयार
By अनुराग आनंद | Updated: August 23, 2020 16:28 IST2020-08-23T16:28:47+5:302020-08-23T16:28:47+5:30
चीनी पक्ष ने एक सुझाव दिया था कि भारत और चीन दोनों को फिंगर -4 क्षेत्र से समान रूप से वापस जाना चाहिए। यह सुझाव भारतीय पक्ष को स्वीकार्य नहीं है।

सांकेतिक तस्वीर (File Photo)
नई दिल्ली:चीन ने पिछले दिनों भारतीय अधिकारियों को यह सुझाव दिया कि फिंगर क्षेत्र से दोनों ही देशों की सेना समान रूप से पीछे जाए। चीन का मानना था कि ऐसा करने से दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव कम हो जाएगा। लेकिन, भारत ने चीन के इस सुझाव को मानने से इनकार कर दिया है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक, अभी दोनों देशों के सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच और भी मुलाकात होने हैं। कूटनीतिक स्तर की बातचीत के बाद, दोनों पक्ष सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए और सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर काम कर रहे हैं, जो पिछले तीन महीने से अधिक समय से चल रहा है।
India rejects China's suggestion of "equidistant disengagement" from Finger area in Ladakh
— ANI Digital (@ani_digital) August 23, 2020
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इस बीच, शीर्ष सैन्य कमांडरों ने भी अपने क्षेत्र के कमांडरों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी घटना या कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार होने के लिए कहा है, यहां तक कि भारतीय पक्ष सीमा पर लंबे समय तक टीके रहने के लिए तैयारी कर रहा है।
एएनआई के हवाले यह बात सामने आई है कि "चीनी पक्ष ने एक सुझाव दिया था कि भारत और चीन दोनों को फिंगर -4 क्षेत्र से समान रूप से वापस जाना चाहिए। यह सुझाव भारतीय पक्ष को स्वीकार्य नहीं है।
फिलहाल, चीनी पांगोंग त्सो झील के पास स्थित फिंगर 5 के आसपास हैं और चीन ने फिंगर 5 से फिंगर 8 तक पांच किलोमीटर से अधिक की दूरी पर बड़ी संख्या में सैनिकों और उपकरणों को तैनात किया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, यहां अप्रैल-मई से पहले ही चीन ने बेस तैयार कर लिए हैं।
भारतीय पक्ष का यह स्पष्ट कहना है कि चीनियों को फिंगर क्षेत्र पूरी तरह से छोड़कर देना चाहिए और अपने मूल स्थान पर वापस जाना चाहिए।

