पाकिस्तान में एक गुरुद्वारा को मस्जिद में बदलने के प्रयासों के कथित रिपोर्ट पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया है। भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग को अपना विरोध दर्ज कराया। पाकिस्तान में जिस गुरुदावारा को मस्जिद में बदलने की बात हो रही है, वो लाहौर में है और काफी प्रसिद्ध है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक बयान जारी कर बताया, 'लाहौर के नौलखा बाजार में भाई तारू सिंह जी की शहीद स्थली गुरुद्वारा शहीदी स्थान को मस्जिद में तब्दील करने के कथित रिपोर्ट के बादपाकिस्तान उच्चायोग के सामने कड़ा ऐतराज आज (27 जुलाई) जताया गया है।'
प्रवक्ता ने आगे बताया कि गुरुद्वारा शहीदी स्थान भाई तारू जी एक ऐतिहासिक स्थान है। यहां 'भाई तारू जी' ने 1745 में सर्वोच्च बलिदान दिया था। ये एक श्रद्धा का स्थान है और सिख इसे बेहद पवित्र मानते हैं। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत इसे मस्जिद बनाए जाने की कोशिशों की रिपोर्ट से बेहद चिंतित है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान से अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा और उनकी बेहतरी के लिए भी कदम उठाने को कहा गया है। इसमें अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकार और उनकी संस्कृति से जुड़े स्थानों को भी सुरक्षित किये जाने को सुनिश्चित करने को कहा गया है।
वहीं, अकाली दल के प्रवक्ता मजिंदर सिंह सिरसा ने भी इस कदम पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से कट्टरपंथ के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया।