भारत पाक को स्थायी शांति के लिए बातचीत से सभी मुद्दे हल करने चाहिए: पाक राजनयिक
By भाषा | Published: March 23, 2021 05:56 PM2021-03-23T17:56:03+5:302021-03-23T17:56:03+5:30
नयी दिल्ली, 23 मार्च भारत और पाकिस्तान को क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए सभी द्विपक्षीय मुद्दों, खासकर जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बातचीत के जरिए हल करना चाहिए। यह बात पाकिस्तान के एक वरिष्ठ राजनयिक ने मंगलवार को यहां कही।
यहां पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तान दिवस समारोह के इतर पत्रकारों को दिए एक बयान में मिशन के प्रमुख आफताब हसन खान ने कहा, “ इस मौके पर, मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता सभी देशों के विकास के लिए जरूरी है।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों, खासकर भारत के साथ अच्छे पड़ोसी रिश्ते रखना चाहेगा।
खान ने कहा, “ सतत शांति और स्थिरता के लिए, यह जरूरी है कि हम बातचीत से सभी द्विपक्षीय मुद्दों को हल करें, खासकर, जम्मू -कश्मीर के मुख्य मुद्दे को, जो जरूरी भी है तथा संयुक्त राष्ट्र के समक्ष काफी समय से लंबित मुद्दा है।”
खान ने इस मौके पर पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।
उनकी टिप्पणी से पहले, पिछले महीने दोनों देशों ने ऐलान किया था कि वे जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा और सभी अन्य सेक्टरों में ‘सभी सहमतियों, समझ और गोलीबारी रोकने’ का सख्ती से पालन करेंगे और यह 24-25 फरवरी की मध्य रात्रि से अमल में है।
यहां समारोह में अपने भाषण में खान ने कहा, “ अगर हम (पाकिस्तानी) अपने क्षेत्रों में परिश्रम, समर्पण और ईमानदारी के साथ और जिन्ना द्वारा बताई गई एकता, विश्वास और अनुशासन जैसी रूप रेखा में अपना काम करें तो कोई कारण नहीं है कि पाकिस्तान बड़ा विकास हासिल नहीं करेगा। ”
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अमन बनाए रखने की जरूरत है और पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है।
खान ने कहा, “ यह जरूरी है कि सैन्य कौशल के बजाय, हम गरीबी को कम करने और निरक्षरता को खत्म करने की कोशिश करें और महामारी और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुशलता हासिल करने की कोशिश करें। यह तभी मुमकिन है जब इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित की जाए।”
उन्होंने कहा, “ इसके लिए, हमारे सभी मुद्दे बातचीत के जरिए हल किए जाने चाहिए, खासकर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा जो 70 साल से लंबित है।”
इस महीने के शुरू में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है और अगर कोई मुद्दा है तो उसे द्विपक्षीय तरीके से हल करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन सार्थक बातचीत अनुकूल माहौल में ही हो सकती है और यह वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है।
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