मोदी सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग को दिल्ली में अपने 50% स्टाफ कम करने का दिया आदेश, जासूसी करते पकड़े गए थे कर्मचारी
By अनुराग आनंद | Published: June 23, 2020 06:21 PM2020-06-23T18:21:10+5:302020-06-23T20:09:03+5:30
पाकिस्तान के 50 प्रतिशत कर्मचारी ही अब दिल्ली स्थित दूतावास में रहेंगे।
नई दिल्ली: भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग के सदस्यों को जासूसी करते हुए पकड़े जाने के बाद सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया है। यही वजह है कि भारत सरकार ने नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 50% तक कम करने का आदेश दिया है।
एचटी के मुताबिक, इसके साथ ही भारत ने कहा कि पाकिस्तान के दूतावास में भारत के भी कम सदस्य रहेंगे। भारत ने अपने 50 प्रतिशत तक सदस्यों को पाकिस्तान दूतावास से लौटने के लिए कहा है।
पाकिस्तान के राजदूत को दूसरी बार किया तलब-
इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारियों ने तलब किया। भारत ने कहा कि वह पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों की गतिविधियों को लेकर बार-बार चिंता व्यक्त करता रहा है। वे जासूसी के कामों में लगे हुए हैं और आतंकवादी संगठनों के साथ व्यवहार बनाए रखते हैं।
31 मई 2020 को दो अधिकारियों की गतिविधियों को रंगे हाथ पकड़ा गया और निष्कासित कर दिया गया। इसी तरह पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में भी 50 फीसदी कर्मचारी कम करने का फैसला लिया गया है।
पाकिस्तान के अधिकारी विशेषाधिकार का प्रयोग कर गलत काम कर रहे थे-
बता दें कि पाकिस्तान के अधिकारी ऐसे कार्यों में लिप्त थे जो उच्चायोग में उनकी विशेषाधिकार प्राप्त स्थिति के अनुरूप नहीं हैं, पाकिस्तान ने समानांतर रूप से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को उनके वैध राजनयिक कार्यों को करने से रोकने के लिए लगातार प्रयास करता रहा है।
हाल ही में पाकिस्तान में उच्चायोग में काम करने वाले दो भारतीय अधिकारियों का बंदूक की नोक पर अपहरण किया गया और उनके साथ बेहद ही बुरा व्यवहार किया गया जिसे लेकर भारत ने पाकिस्तान को फटकार भी लगाई थी। इससे साफ होता है कि पाकिस्तान किस दिशा में भारतीय अधिकारियों के साथ सलूक करता है।
22 जून 2020 को भारत लौट इन अधिकारियों ने पाकिस्तानी एजेंसियों के हाथों हुए बर्बर व्यवहार का पूरा विवरण भारत सरकार को दिया।