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शांतिपूर्ण, समृद्ध हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भारत, न्यूजीलैंड के साझा हित हैं : मुरलीधरन

By भाषा | Updated: June 23, 2021 16:21 IST

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(दि 25 आमुख में सुधार के साथ रिपीट)

नयी दिल्ली, 23 जून विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बुधवार को कहा कि शांतिपूर्ण, सहभागितापूर्ण एवं समृद्ध हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भारत और न्यूजीलैंड के साझा हित हैं और दोनों देशों के बीच संबंधों के सामरिक आयामों को मजबूत बनाने की जरूरत पहले से अधिक महसूस की जा रही है।

भारत न्यूजीलैंड कारोबारी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने कहा, ‘‘ भारत में न्यूजीलैंड के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने की तीव्र रूचि है और इसलिये मेरा मानना है कि यह हमारा साझा उद्देश्य है । भारत और न्यूजीलैंड के बीच अधिक कारोबार एवं निवेश के जरिये आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाना इस सोच के केंद्र में हैं । ’’

उन्होंने कहा कि भारत के विकास की यात्रा सड़क, बंदरगाह, बिजली क्षेत्र, नवीकरणीय ऊर्जा, फिल्म निर्माण सहित आधारभूत ढांचा क्षेत्र में निवेश के लिये नये अवसर प्रदान करती है ।

मुरलीधरन ने कहा कि कृषि, डेयरी, वन क्षेत्र दोनों पक्षों के लिये उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र हैं ।

न्यूजीलैंड के साथ मजबूत होते संबंधों का जिक्र करते हुए विदेश राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘ डिजिटल प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, असैन्य क्षेत्र में सहयोग की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं । हम बाजार पहुंच के मुद्दे के समाधान के लिये भी प्रतिबद्ध हैं । ’’

उन्होंने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड हिन्द प्रशांत क्षेत्र में समान विचारों वाले देशों के साथ सूचनाओं के आदान प्रदान एवं श्रेष्ठ अनुभवों को साझा कर करीबी सहयोग के साथ काम कर रहे हैं ताकि महामारी के समय में क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखला को खुला रखा जा सके ।

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि दोनों देशों की कारोबारी संस्थाएं अधिक विविधतापूर्ण एवं लचीली आपूर्ति श्रृंखला के उद्देश्य से दीर्घकालीन गठजोड़ के जरिए इस प्रयास को मजबूती प्रदान कर सकती हैं । उन्होंने कहा कि इस दिशा में एक अच्छी शुरूआत हो चुकी है और न्यूजीलैंड की कुछ प्रमुख कंपनियां भारत में अपना कारोबार स्थापित कर चुकी हैं ।

मुरलीधरन ने कहा कि भारत न केवल एक बड़ा बाजार है बल्कि प्रतिभाओं से परिपूर्ण विविधतापूर्ण बाजार है । भविष्य में प्रौद्योगिकी सहयोग और गठजोड़ के जरिये मजबूत आर्थिक सहयोग अधिक प्रासंगिक होगा ।

उन्होंने कहा ‘‘ कई देशों की तरह कोविड महामारी ने भारत को भी प्रभावित किया है । ऐसे में हमने कई निर्णायक आर्थिक कदम उठाये हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत परिवर्तनकारी सुधारों की घोषणा की है ताकि ढांचागत सुधारों के जरिये मजबूत क्षमताओं का निर्माण किया जा सके।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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