भारत के पास कोविड टीके की बूस्टर खुराक पर फैसले के लिए पर्याप्त आंकड़े नहीं : विशेषज्ञ
By भाषा | Published: August 24, 2021 04:56 PM2021-08-24T16:56:08+5:302021-08-24T16:56:08+5:30
विशेषज्ञों का कहना है कि पूर्ण टीकाकरण करवा चुके लोगों को कोविड-19 टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने की जरूरत पर फैसला करने के लिए स्थानीय स्तर पर पर्याप्त आंकड़े तैयार नहीं हुए हैं। उन्होंने यह टिप्पणी सितंबर से अक्टूबर के बीच देश में घातक बीमारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताए जाने के बीच की है।गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एक संस्थान द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति ने आशंका जतायी है कि देश में कोविड-19 की तीसरी लहर सितंबर और अक्टूबर के बीच कभी भी आ सकती है। पैनल ने टीकाकरण की गति में तेजी लाने का सुझाव दिया है।हालाँकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में टीकों की कमी को देखते हुए कोविड टीकों की बूस्टर खुराकों पर दो महीने तक रोक लगाने की मांग की है।टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने कहा, "भारत स्थानीय स्तर पर एकत्र वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर बूस्टर खुराक के बारे में फैसला करेगा। देश में अभी इस्तेमाल किए जा रहे टीकों के लिए बूस्टर की आवश्यकता और समय निर्धारित करने के लिए अध्ययन पहले से ही चल रहे है।"उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक की आवश्यकता देश में कोविड संक्रमण के महामारी विज्ञान द्वारा तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी बूस्टर खुराक व्यवस्था में यह भी सुनिश्चित करना होता है कि प्रतिकूल प्रभाव बूस्टिंग से संबद्ध नहीं हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अभी यह बताने के लिए कोई निश्चित सबूत नहीं है कि जिन लोगों को टीका लग चुका है उन्हें बूस्टर खुराक देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि जिन्हें टीका लगाया गया है उनमें यह गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में प्रभावी है तथा यह डेल्टा स्वरूप के खिलाफ भी प्रभावी है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, हमें उन लोगों का भी टीकाकरण करना चाहिए जिन्हें एक भी खुराक नहीं मिली है और वे उच्च जोखिम की श्रेणी में हैं...। अभी, बूस्टर खुराक की आवश्यकता नहीं है और जैसे-जैसे अधिक आंकड़े सामने आएंगे, यह स्पष्ट हो सकेगा कि कब और किस प्रकार की बूस्टर खुराक की आवश्यकता है। अमेरिका और इजराइल सहित कई देश कोविड टीकों की बूस्टर खुराक देने की योजना बना रहे हैं।
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