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भारत बना दक्षिण एशिया के चुनाव प्रबंधन निकाय का नया अध्यक्ष

By भाषा | Updated: January 25, 2020 07:18 IST

आयोग के अधिकारियों ने बताया कि बैठक में पाकिस्तान ने शिरकत नहीं की। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद द्विपक्षीय तनाव के कारण पाकिस्तान को आमंत्रित नहीं किया गया था।

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ठळक मुद्देमुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को दक्षिण एशियाई देशों के निर्वाचन प्रबंधन निकायों (एफईएमबीओएसए) के फोरम के अध्यक्ष के रूप में 2020 के लिये कार्यभार संभाल लिया। फोरम की यहां आयोजित वार्षिक बैठक में अरोड़ा ने निवर्तमान अध्यक्ष बांग्लादेश के निर्वाचन अधिकारी के एम नुरुल हुडा से कार्यभार संभाला।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को दक्षिण एशियाई देशों के निर्वाचन प्रबंधन निकायों (एफईएमबीओएसए) के फोरम के अध्यक्ष के रूप में 2020 के लिये कार्यभार संभाल लिया। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि बैठक में पाकिस्तान ने शिरकत नहीं की। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद द्विपक्षीय तनाव के कारण पाकिस्तान को आमंत्रित नहीं किया गया था।

फोरम की यहां आयोजित वार्षिक बैठक में अरोड़ा ने निवर्तमान अध्यक्ष बांग्लादेश के निर्वाचन अधिकारी के एम नुरुल हुडा से कार्यभार संभाला। अरोड़ा ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता सिर्फ नियमित रूप से वैध चुनावों द्वारा जीती जाती है जो सार्वभौम, समान, प्रत्यक्ष और स्वतंत्र रूप से व्यक्त मताधिकार पर आधारित होती है। उन्होंने कहा कि मजबूत सहभागिताकारी व समावेशी लोकतंत्र सुशासन और नागरिकों का सशक्तिकरण सुनिश्चित करने में बेहतर तरीके से सक्षम होते हैं।

बैठक में सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुये अरोड़ा ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता को नियमित चुनावों के जरिये ही विधिमान्य बनाया जाता है। इसके लिये निर्वाचन प्रक्रिया को निरंतर दुरुस्त करने की जरूरत पर बल देते हुये उन्होंने कहा कि भारत इस दिशा में सभी सदस्य देशों के साथ आपसी सहयोग बढ़ाने का हिमायती है।

फोरम में भारतीय निर्वाचन आयोग के अलावा अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के निर्वाचन निकाय भी सदस्य हैं। फोरम की पिछली बैठक सितंबर 2018 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आयोजित की गयी थी। इस दौरान निर्वाचन प्रणाली को मजबूत बनाने के लिये ‘संस्थागत क्षमता विकास’ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया गया।

उल्लेखनीय है कि सार्क देशों के निर्वाचन निकायों की मई 2012 में आयोजित बैठक के दौरान इस फोरम का गठन किया गया था। इस दौरान भारतीय निर्वाचन आयोग ने अफगानिस्तान के चुनाव आयोग के साथ चुनाव प्रबंधन पर द्विपक्षीय समझौते पर भी हस्ताक्षर किये। बैठक में सदस्य देशों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिये निर्वाचन प्रणाली को बेहतर बनाने के मकसद से आपसी सहयोग की जरूरत पर बल दिया।

एक प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव प्रबंधन में सहयोग के लिये ट्यूनीशिया के स्वतंत्र चुनाव प्राधिकार के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। बैठक में शामिल सात एफईएमबीओएसए सदस्यों द्वारा एकसुर में ‘नई दिल्ली प्रस्ताव’ को भी स्वीकार किया गया। 

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