प्रयागराज में गंगा-यमुना नदियों का बढ़ा जलस्तर, हर घंटे 2-3 सेमी की हो रही वृद्धि, घाघरा भी उफान पर, बनाए जा रहे बाढ़ केंद्र
By अनिल शर्मा | Updated: July 14, 2023 12:12 IST2023-07-14T12:07:44+5:302023-07-14T12:12:46+5:30
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली सूचना के मुताबिक हथिनी कुंड बैराज से लगभग 1.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रभावित होने वाले जिलों शामली, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा के स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर स्थिति के लिए तैयारी करने को कहा गया है।

तस्वीरः ANI
प्रयागराजः उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश की वजह से गंगा और यमुना समेत कई नदियां उफान पर हैं जिससे कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद प्रयागराज में संगम नदी का जलस्तर में भी लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली जैसी स्थिति यहां ना बने, इसके लिए प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
गौरतलब है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई जिसके बाद खतरे के निशान से पानी ऊपर बहने लगा और निचले इलाके जलमग्न हो गए। अब इसका असर प्रयागराज के संगम नदी में देखी जाने लगी है। हर घंटे 2-3 सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश: हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद प्रयागराज में संगम नदी का जलस्तर बढ़ा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
ज़िलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया, "गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 6 मीटर नीचे है। यह जलस्तर हर घंटे 2-3 सेंटीमीटर बढ़ रहा है। हम 103 बाढ़ केंद्र बना रहे हैं। हमारे पास… pic.twitter.com/PGqrUUvV8U
जलस्तर हर घंटे 2-3 सेंटीमीटर बढ़ रहा
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 6 मीटर नीचे है। यह जलस्तर हर घंटे 2-3 सेंटीमीटर बढ़ रहा है। हम 103 बाढ़ केंद्र बना रहे हैं। हमारे पास PAC की दो बटालियन, जल पुलिस, SDRF की टीम हैं। बकौल खत्री-हमारे पास 1500 से अधिक नाव और 45 से अधिक मोटरबोट हैं। हमने राशन आदि की व्यवस्था की है।
घाघरा नदी, एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को पार कर गई है
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जल भरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा नदी, एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को पार कर गई है और इसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली सूचना के मुताबिक हथिनी कुंड बैराज से लगभग 1.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रभावित होने वाले जिलों शामली, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा के स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर स्थिति के लिए तैयारी करने को कहा गया है।
शामली जिले में पांच गांवों में जलभराव की स्थिति
शामली जिले में पांच गांवों में जलभराव की स्थिति है, मगर इससे किसी प्रकार की आबादी प्रभावित नहीं है। गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा में बाढ़ की स्थिति नहीं है। सहारनपुर पहले से ही बाढ़ से प्रभावित है और लगभग 2000 लोग बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे हैं।
पिछले 24 घंटों के दौरान यूपी में वर्षाजनित हादसों में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। मौसम केंद्र, लखनऊ की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिमी मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय है। इस दौरान अनेक स्थानों पर व्यापक वर्षा हुई। कुछ स्थानों पर भारी से अत्यंत भारी बारिश भी हुई। पिछले 24 घंटों के दौरान संभल में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
इसके अलावा बिजनौर में 15, सहारनपुर में 13, मुजफ्फरनगर के जानसठ में 13, उन्नाव के सफीपुर में 12, मेरठ और बिजनौर के चांदपुर में 11-11, अमरोहा के नौगांवा सादात में 10, कासगंज के सहावर, बिजनौर के नजीबाबाद और नगीना तथा उन्नाव के हसनगंज में नौ-नौ, लखनऊ के मलिहाबाद में सात, अयोध्या, भानपुर (बस्ती), अतरौली (अलीगढ़) तथा नरौरा (बुलंदशहर) में छह-छह सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।