राज्यसभा में पीएम मोदी-शाह की नए रणनीति से विपक्षी दलों में हड़कंप: अब तक कांग्रेस, सपा, टीडीपी व इनेलो के 10 सांसद BJP में शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 8, 2019 03:19 PM2019-08-08T15:19:27+5:302019-08-08T15:19:27+5:30
ऐसा अनुमान है कि 2020 तक भाजपा को राज्यसभा में बहुमत हो जाएगा। इससे पहले ही भाजपा विपक्षी दलों में सेंध लगा दी है। सबसे पहले उसने चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के 6 राज्यसभा सांसदों में 4 को अपने पाले में कर लिया।
लोकसभा में मोदी सरकार के पास बहुमत अपने बल पर है, लेकिन राज्यसभा में बहुमत नहीं है। सरकार को बार-बार एनडीए और अन्य दलों को साथ लेना पड़ता है। विधेयक पास कराने में सरकार को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने राज्यसभा पर फोकस करना शुरू कर दिया है। मोदी सरकार धीरे-धीरे विपक्षी सांसदों को अपने पाले में जोड़ रही है। एनडीए सरकार राज्यसभा में इस कसक को कम कर रही है।
ऐसा अनुमान है कि 2020 तक भाजपा को राज्यसभा में बहुमत हो जाएगा। इससे पहले ही भाजपा विपक्षी दलों में सेंध लगा दी है। सबसे पहले उसने चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के 6 राज्यसभा सांसदों में 4 को अपने पाले में कर लिया।
इसके बाद हरियाणा के ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो के एकमात्र राज्यसभा सांसद को अपने पाले में किया। टीडीपी और इनेलो के बाद कांग्रेस के 2 और सपा के 3 सांसदों ने भाजपा का दामन थाम लिया। यानी अभी तक 10 राज्यसभा सांसद भाजपा में शामिल हो गए हैं।
कांग्रेस के संजय सिंह और भुवनेश्वर कालिता
कांग्रेस और राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने के एक दिन बाद संजय सिंह भाजपा में शामिल हो गए। इनके अलावा कांग्रेस के भुवनेश्वर कालिता ने भी राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। वह भी भाजपा में शामिल होंगे। कालिता उच्च सदन में कांग्रेस की ओर से असम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
कालिता का उच्च सदन में कार्यकाल नौ अप्रैल 2020 तक था। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत वरिष्ठ पार्टी नेताओं की मौजूदगी में संजय सिंह अपनी पत्नी अमिता सिंह के साथ भाजपा में शामिल हो गये। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है और उन्होंने भी मोदी का समर्थन करने का फैसला किया है।
नड्डा ने कहा कि संजय सिंह के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। अमेठी राजघराने से जुड़े सिंह का अमेठी और आसपास के क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। इस क्षेत्र में रायबरेली भी आता है जो कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। सिंह पहले भी भाजपा में रह चुके हैं।
सपा के नीरज शेखर, संजय सेठ और सुरेंद्र सिंह नागर ने दिया इस्तीफा
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सपा सांसद इसके बाद भाजपा में शामिल हाे गए। नीरज शेखर के बाद सुरेंद्र सिंह नागर और संजय सेठ ने भी इस्तीफा दे दिया। राज्यसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे सुरेंद्र सिंह नागर का कार्यकाल चार जुलाई 2022 तक था।
संजय सेठ सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते थे। उच्च सदन में उनका कार्यकाल भी 2022 तक था। इससे पहले 16 जुलाई को सपा के राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर ने भी पार्टी और उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। नीरज भाजपा में शामिल हो चुके हैं। जाति से ठाकुर नीरज शेखर की भाजपा में मौजूदगी से पार्टी को पूर्वी उत्तर प्रदेश में मजबूती मिलने की उम्मीद है। पूर्वांचल के इलाके में उनके परिवार का असर माना जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को झटका
लोकसभा चुनावों में बहुत ख़राब प्रदर्शन के बाद आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी को अब एक और झटका लगा है। टीडीपी के छह में से 4 राज्यसभा सांसदों ने बीजेपी दामन थाम लिया। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले टीडीपी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को अपना इस्तीफा सौंपा था। टीडीपी के टीजी वेंकटेश, वाईएस चौधरी, सीएम रमेश और जीएम राव बीजेपी में शामिल हुए हैं।
इनेलो के वर्तमान राज्यसभा सदस्य रामकुमार कश्यप भाजपा में शामिल हुए
इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के वर्तमान राज्यसभा सदस्य रामकुमार कश्यप भाजपा में शामिल हुए। कश्यप भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। कश्यप उच्च सदन में इनेलो के एकमात्र सदस्य थे। कश्यप के अलावा केरल के कन्नूर से दो बार सांसद रहे ए पी अब्दुल्ला कुट्टी भी भाजपा में शामिल हुए। अब्दुल्ला कुट्टी माकपा और कांग्रेस में रह चुके हैं।