बिहार: सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में 9 लोगों की मौत, जहरीली शराब से घटना की आशंका
By एस पी सिन्हा | Published: January 15, 2022 03:58 PM2022-01-15T15:58:52+5:302022-01-15T15:58:52+5:30
जिले के सोहसराय थाना इलाके में संदिग्ध स्थिति में एक साथ 9 लोगों की मौत होने, जबकि तीन लोगों की स्थिती गंभीर बताई जा रही है, हालांकि अभी तक जहरीली शराब पीने से मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पटना: बिहार सरकार के द्वारा शराब के सेवन, उत्पादन और बिक्री पर रोक लगाये जाने के बावजूद राज्य में शराब तस्करी, पीने के मामले रोजाना सामने आते रहते हैं। यही नहीं राज्य में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में हुई है। जिले के सोहसराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी और पहाड़ तल्ली मोहल्ला में संदेहास्पद स्थिति में एक साथ 9 लोगों की मौत होने, जबकि तीन लोगों की स्थिती गंभीर बताई जा रही है, हालांकि अभी तक जहरीली शराब पीने से मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया है। पुलिस जहरीली शराब से मौत नहीं मान रही है, लेकिन मृतकों के परिवारों का दावा है कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। घटना के बाद जिले के डीएम शशांक शुभंकर व एसपी अशोक मिश्रा सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच कर परिजन से जानकारी ले रहे हैं।
स्थानीय लोग आस-पास के इलाके में चुलाई शराब बनाने की बात बता रहे हैं। परिजनों के अनुसार शराब पीने के बाद सभी की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी और मौत हो गई। घटना के बाद पूरे छोटी पहाड़ी को सील कर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। डीएम ने कहा कि किसी भी घर से शराब की न तो कोई बोतल मिली है और न ही पाउच। एक व्यक्ति के पैरालाइसिस से मौत की सूचना मिली है।
हालांकि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है। एक व्यक्ति के कभी-कभी शराब पीने की बात सामने आई है। यहां बता दें कि राज्य में लगातार जहरीली शराब पीने से मौत की खबरें आती रहती है। इससे पहले भी सीवान, गोपालगंज, बेतिया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर जैसे जिलों में भी जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है।
राज्य में वर्ष 2021 में जहरीली शराब के एक-दो नहीं पूरे 13 मामले सामने आए। इनमें करीब-करीब 90 लोगों की मौत हो गई। करीब दो महीने पूर्व समस्तीपुर, बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब से करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष बैठक बुलाई। तब पुलिस-प्रशासन हरकत में आया। कई लोगों की गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन एक बार फिर नालंदा में हुई मौत ने जहरीली शराब की टीस को ताजा कर दिया है।