CAA के खिलाफ धरने पर जबरन भेजता था पति, पत्नी ने पुलिस के सामने खोली पोल, जानें फिर क्या हुआ
By अनुराग आनंद | Updated: March 3, 2020 11:50 IST2020-03-03T11:50:25+5:302020-03-03T11:50:25+5:30
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश पर अलीगढ़ में पुलिस के सामने महिला ने कहा कि ‘मेरा पति मुझे रोज जबरदस्ती धरने में शामिल होने के लिए कहते हैं।'

CAA के खिलाफ धरने पर जबरन भेजता था पति, पत्नी ने खोली पोल
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। देश के कई शहरों में अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज की महिलाएं नरेंद्र मोदी सरकार के इस कानून के खिलाफ विरोध दर्ज करा रही है।
इसी बीच खबर आ रही है कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देश पर प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझाने के लिए पुलिस घर-घर जा रही थी। इसी दौरान एक महिला पुलिस वालों के सामने अपने पति पर आऱोप लगा रही है कि उनके पति जबरन उन्हें धरने पर भेजते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, महिला ने पुलिस के सामने ही कहा कि ‘मेरा पति मुझे रोज जबरदस्ती धरने में शामिल होने के लिए कहते हैं। रोज जान खाते हैं, कहते हैं वहां धरने लग रहे हैं…चली जाओ…मैं झूठ नहीं बोल रही हूं…इन्होंने एक हफ्ते से मेरी जान खा रखी है। महिला के इन आरोपों को सुन कर पुलिस भी दंग थी। हालांकि महिला का पति बीच-बीच में सफाई दे रहा था कि उसकी बीवी झूठ बोल रही है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 40 लोगों पर FIR-
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले में देवबंद के ईदगाह मैदान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे महिलाओं के धरने के बीच पुलिस ने पूर्व विधायक माविया अली और उनके पुत्र सहित 40 लोगों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन के संबंध में मामला दर्ज किया।
एसपी (देहात) विद्या सागर मिश्रा ने बताया था कि माविया अली और उनके पुत्र सहित 40 लोगों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन के संबंध में मामला दर्ज किया गया है। देवबंद के ईदगाह मैदान में 27 जनवरी से मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी के तत्वावधान में सीएए, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में धरना प्रदर्शन चल रहा है।
इस मामले में प्रशासन ने 31 जनवरी को भी इन 40 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये थे और अब फिर से उन्हीं 40 लोगों के क्रमांक बदलते हुए उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। इस बीच, माविया अली ने कहा था कि उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन नहीं किया है और न ही कोई भाषण दिया है।
CAA पर अमित शाह ने अपना स्टैंड साफ करते हुए क्या कहा था-
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा था कि जब तक सीएए के तहत देश में सभी शरणार्थियों को नागरिकता नहीं मिल जाती तब तक केन्द्र सरकार रुकेगी नहीं। साथ ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सहित विपक्ष पर शरणार्थियों तथा अल्पसंख्यकों को नए कानून के संबंध में गुमराह करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून से एक भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं जाएगी।
शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा,‘‘ विपक्ष अल्पसंख्यकों को डरा रहा है...मैं अल्पसंख्यक समुदाय के हर व्यक्ति को आश्वस्त करता हूं कि सीएए केवल नागरिकता देता है, छीनता नहीं। इससे आपकी नागरिकता पर असर नहीं पड़ेगा।’’
शाह ने कहा,‘‘विपक्षी दल भ्रम फैला रहें हैं कि शरणार्थियों को कागजात दिखाने पड़ेंगे, लेकिन यह सरासर गलत है। आपको कोई कागज नहीं दिखाना है। सभी शरणार्थियों को नागरिकता मिलने तक हम रुकेंगे नहीं।’’ केन्द्रीय मंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पिछले वर्ष संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान दंगा भड़काने का आरोप लगाया। जिस दौरान ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में आग लगा दी गई थी।