1947 में देश की भूमि का बंटवारा हुआ था, 2020 में मोदी सरकार भारत की आत्मा को बांट दियाः थरूर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 4, 2020 18:57 IST2020-02-04T18:57:14+5:302020-02-04T18:57:14+5:30
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग में लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दावा किया कि 1947 में देश की भूमि का बंटवारा हुआ था, लेकिन 2020 में यह सरकार भारत की आत्मा का बंटवारा कर रही है।

इस सरकार में लोगों को हिंदू-मुसलमान, हिंदी भाषी और गैरहिंदी भाषी, देशभक्त और देशद्रोही में बांटा जा रहा है।
कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर लोगों को धर्म, भाषा, क्षेत्र और वर्ग के आधार पर विभाजित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब जनता को यह तय करना है कि उन्हें उम्मीदों एवं नये विचारों से भरा खुला, लोकतांत्रिक, एकजुट भारत चाहिए अथवा भय, घृणा एवं कुछ चुनिंदा लोगों को पोषित करने वाला न्यू इंडिया चाहिए।
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग में लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दावा किया कि 1947 में देश की भूमि का बंटवारा हुआ था, लेकिन 2020 में यह सरकार भारत की आत्मा का बंटवारा कर रही है।
थरूर ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि सरकार, राष्ट्रपति के अभिभाषण में चुनिंदा तौर पर महात्मा गांधी को उद्धृत कर रही है और एक दमनकारी कानून (सीएए) को जायज ठहराने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार लोगों को धर्म, भाषा, क्षेत्र और वर्ग के आधार पर विभाजित कर रही है। उन्होंने दावा किया कि इस सरकार में लोगों को हिंदू-मुसलमान, हिंदी भाषी और गैरहिंदी भाषी, देशभक्त और देशद्रोही में बांटा जा रहा है।
सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए थरूर ने कहा, ‘‘भारत धर्म, जाति, पंथ से परे सभी भारतीयों की भूमि है। आज भारत की आत्मा को बचाये जाने की जरूरत है। ’’ थरूर ने कहा ‘‘ हम देश की एकता के पैरोकार है और आप :भाजपा: बांटने का काम करते हैं। हम लोगों को एकजुट रखना चाहते हैं जबकि आप उन्हें विभाजित करने का काम कर रहे हैं।’’
भाजपा नीत राजग सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ हम लोगों में उम्मीद पैदा करना चाहते हैं, आप भय और घृणा का वातावरण पैदा कर रहे हैं। ’’ थरूर ने कहा कि लोगों को यह तय करना है कि उन्हें उम्मीदों एवं नये विचारों से भरा खुला, लोकतांत्रिक, एकजुट भारत चाहिए अथवा भय, घृणा एवं कुछ चुनिंदा लोगों को पोषित करने वाला न्यू इंडिया चाहिए।
कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों, पुलिस कार्रवाई में 27 लोगों के मारे जाने और जीडीपी के गिरकर 4.5 फीसदी हो जाने का उल्लेख क्यों नहीं किया गया?
उन्होंने कहा कि सरकार ने पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की काल्पनिक बातें की हैं, लेकिन इस दूर के सपने के लिए कोई रूपरेखा नहीं पेश की। थरूर ने यह सवाल भी किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में जम्मू-कश्मीर में कई नेताओं को महीनों से हिरासत में रखे जाने का जिक्र क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि इस सरकार में न सबका साथ है, न सबका विकास और न ही सबका विश्वास है।