आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने विकसित किया कम लागत वाला इंटुबेशन बॉक्स, इलाज के दौरान वायरस को रखेगा डॉक्टरों से दूर
By सुमित राय | Published: April 30, 2020 03:58 PM2020-04-30T15:58:44+5:302020-04-30T15:58:44+5:30
आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने इंटुबेशन बॉक्स को मुफ्त में उपलब्ध कराने के लिए एक क्राउडफंडिंग अभियान शुरू किया है, जिसके 6 घंटे के भीतर ही 50 हजार रुपये जमा हो गए।
कोरोना वायरस के संकट से पूरा देश जूझ रहा है और इसका सबसे ज्यादा खतरा मरीजों के इलाज में लगा डॉक्टरों को है। डॉक्टरों को वायरस से दूर रखने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने कम लागत वाला इंटुबेशन बॉक्स तैयार किया है। साथ ही इसे सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में उपलब्ध कराने के लिए एक कैंपेन भी चलाया गया है।
एएनआई के अनुसार, "आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने कम लागत वाली इंटुबेशन बॉक्सेज को डिजाइन और विकसित किया है। यह डिवाइस एक एरोसोल बाधा बॉक्स के रूप में कार्य करता है जो रोगी के बिस्तर के ऊपर रखा जाता है और रोगी से डॉक्टर तक वायरस के बूंदों के प्रवाह को सीमित करता है, खासकर इंटुबेशन की प्रक्रिया (अत्याधिक श्वसन कष्ट से पीड़ित रोगियों में श्वसन प्रणाली में नलिका प्रवेश की प्रक्रिया) के दौरान।"
आईआईटी गुवाहाटी ने बताया, "इन बक्सों के निर्माण और उन्हें मुफ्त में सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध कराने के लिए टीम ने एक क्राउडफंडिंग अभियान शुरू किया है। अभियान ने लॉन्चिंग के छह घंटे के भीतर रिकॉर्ड 50,000 रुपये जमा हो गए हैं।"
The team has started a crowdfunding campaign in order to manufacture these boxes and provide them to government hospitals for free. The campaign raised a record INR 50,000 within six hours of launching: IIT, Guwahati https://t.co/x1dqsQVa75
— ANI (@ANI) April 30, 2020
देशभर में 31 हजार से ज्यादा लोग हो चुके हैं संक्रमित
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण के अनुसार भारत कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 33050 हो गई है। अब तक देश में 1074 लोगों की मौत हो चुकी है और 8324 मरीज इस महामारी से ठीक भी हुए हैं। एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है। भारत में अभी भी कोरोना वायरस के 23651 एक्टिव केस मौजूद हैं।