भारतीय वायुसेना में 324 तेजस मार्क-II लड़ाकू विमान में शामिल होंगे। खबर के अनुसार अपनी तेजी से घट रही लड़ाकू स्क्वॉड्रन को देखते हुए इंडियन एयर फोर्स ने 324 तेजस विमानों को लड़ाकू विमानों में शामिल किया है। अभी तक 123 तेजस को फोर्ट इसमें शामिल कर चुका है। खबर के अनुसार इक विमान की कीमत करीब 75,000 करोड़ रुपये मानी जा रही है।
वहीं, कहा ये भी जा रहा है कि एयर फोर्स ने 201 तेजस मार्क-II विमानों के लिए हालिया सहमति दी है जो कि बिल्कुल नए फाइटर जेट्स हैं। इन फाइटर जेट की एवियॉनिक्स, रेडार, हथियार और इंजन क्षमता पिछले विमानों से ज्यादा अच्छी है जो दुश्मनों को पस्त करने के काम आने वाली है। आज के समय में तेजस विमान केवल 350-400 किलोमीटर के इलाके में केवल एक घंटे तक ऐक्शन में रह सकता है और यह केवल 3 टन तक हथियार ले जा सकता है।
जबकि दूसरे सिंगल इंजन लड़ाकू विमान जैसे स्वीडन का ग्रिपन-ई और अमेरिका का एफ-16 इसके मुकाबले दोगुने हथियारों के साथ दोगुने समय तक ऐक्शन में रह सकते हैं। खबर के अनुसार तेजस मार्क-II अभी विकास की अवस्था में बताया जा रहा है, लेकिन अगर डीआरडीओ, एयरोनॉटिकल डिवेलपमेंट एजेंसी और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड इसे समय से पूरा कर देते हैं तो भारतीय वायु सेना तेजस के कुल 18 स्क्वॉड्रन बनाने पर सहमत है।
हाल ही में रक्षा मंत्री ने कहा था कि सरकार घरेलू स्तर पर विकसित किए गए तेजस की उपेक्षा नहीं कर रही है और इसे और बेहतर बनाए जाने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरबतलब है कि एयर फोर्स द्वारा ऑर्डर किए गए 20 तेजस विमानों में से केवल 6 को अभी तक इनीशिअल ऑपरेशनल क्लीयरेंस मिला है।