खुलासाः हनीट्रैप के शिकार एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन ने महज इस बात पर शेयर की थी खुफिया जानकारी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: February 10, 2018 13:08 IST2018-02-10T13:06:38+5:302018-02-10T13:08:31+5:30
फेसबुक पर दो युवतियों ने ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह की रैंक पर सवाल उठाए थे। मारवाह को यह बात नागवार गुजरी। खुद को सही साबित करने लिए उठाया ये बड़ा कदम।

खुलासाः हनीट्रैप के शिकार एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन ने महज इस बात पर शेयर की थी खुफिया जानकारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया था। उन पर पाकिस्तानी एजेंसी ISI को खुफिया दस्तावेज मुहैया कराना का आरोप है। कल तक मीडिया रिपोर्ट्स आ रही थी कि कैप्टन मारवाह इंटरनेट के जरिए हनी ट्रैप किए गए हैं। आज इस मामले में एक और खुलासा सामने आ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मारवाह फेसबुक पर किरन रंधावा और महिमा पटेल नाम की दो लड़कियों से बात करते थे। भारतीय वायुसेना का एक ग्रुप कैप्टन दो महिलाओं के प्रपंच के फेर में आ गया और सेना की खुफिया सूनचाएं शेयर कर दी।
TOI की रिपोर्ट्स के मुताबिक महिमा पटेल ने मारवाह से कहा कि मुझे कैसे भरोसा होगा कि आप भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हो या चपरासी। महिमा की यह बात मारवाह के ईगो को चोट पहुंचा गई। अपनी पहचान और रैंक पर सवाल उठाए जाने पर वो तैश में आ गए। पहचान साबित करने के लिए उन्होंने खुफिया सूचनाएं और प्रतिबंधित तस्वीरें साझा की हैं। इस तरह वो महिलाओं के सामने खुद को सही साबित करना चाहते थे।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि जिन महिलाओं से मारवाह बात करते थे उनकी प्रोफाइल असली है या नकली। हालांकि मारवाह ने महिलाओं के साथ चैट की अधिकांश हिस्ट्री डिलीट कर दी है।
ग्रुप कैप्टन की संदिग्ध हरकतों को देखते हुए 31 जनवरी को हिरासत में लेकर छान-बीन शुरू की गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी को ऑनलाइन हनी ट्रैप के जरिए फंसाया गया है। पहले दो मॉडल के जरिए उनसे सेक्स चैट की गई और उसके बाद एयरफोर्स के खुफिया दस्तावेज मंगवाए गए। पुलिस को अभी तक पैसों के लेन-देन की कोई सूचना नहीं मिली है।