नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी से छह साल के लिए निलंबित हुई नुपुर शर्मा ने रविवार को अपने बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने ट्विटर पर अपना माफीनाम ट्वीट किया है, जिसके तहत उन्होंने कहा कि मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की कभी नहीं थी। उन्होंने माफीनामे में अपने शब्दों को वापस लेने की बात कही।
नुपुर शर्मा ने लिखा, "मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट पर जा रही थी, जहां रोजाना मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि वो शिवलिंग नहीं फव्वारा है। दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं जाओ जा के पूजा कर लो। मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिव जी के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैंने रोष में आके कुछ चीजें कह दीं। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की कभी नहीं थी।"
वहीं इससे पहले भाजपा से निष्काषित नुपुर शर्मा ने मीडिया से यह अपील की है कि उनके पते को सार्वजिक न किया जाए। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, मैं सभी मीडिया घरानों और अन्य सभी से अनुरोध करता हूं कि मेरा पता सार्वजनिक न करें। मेरे परिवार की सुरक्षा को खतरा है।
वहीं भाजपा ने दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड पर इसी तरह की कार्रवाई की और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस पर जिंदल ने बीजेपी से निष्कासन के बाद ट्वीट किया, "हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं लेकिन सवाल सिर्फ उन मानसिकता वालों से था जो कि हमारे देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग करके नफरत फैलाते हैं। मैंने सिर्फ उन्हीं से एक सवाल पूछा था। इसका अर्थ ये नहीं है कि हम किसी भी धर्म के खिलाफ हैं।"
नवीन जिंदल ने साथ ही यह भी ट्वीट किया कि उन्हें मेरा सभी से विशेष आग्रह हैं कृप्या मेरा पता सार्वजनिक न करे मुझे और मेरे परिवार को लगातार जान से मारने की धमकियां सोशल मीडिया पर भी दी जा रही हैं। @DelhiPolice @CPDelhi@LtGovDelhi कृप्या संज्ञान लें।
बीजेपी ने रविवार दो नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया। पार्टी ने नुपुर शर्मा के विचारों का हवाला देते हुए कहा कि उनके विचार विभिन्न मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत हैं। उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया है।