बिहार में ये दो बड़ी पार्टियां साथ मिलकर लड़ेंगी 2019 लोकसभा चुनाव, ये नेता तय करेंगे आगे का रुख
By भारती द्विवेदी | Published: July 8, 2018 10:49 PM2018-07-08T22:49:50+5:302018-07-09T09:55:11+5:30
उन्होंने ये भी कहा है कि एक बात तय है कि कोई भी जदयू को अनदेखा नहीं कर सकता है क्योंकि बिहार में जदयू बहुत मजबूत है।
नई दिल्ली, 8 जुलाई: दिल्ली में रविवार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई है। पार्टी की इस बैठक में नीतीश कुमार सहित वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक में साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति तय हुई है। ये भी तय हुआ है कि लोकसभा का चुनाव जदयू और भाजपा साथ मिलकर लड़ेंगी। लेकिन ये मामला जितना सीधा दिख रहा है, उतना है नहीं।
लोकसभा में सीट बंटवारा पर बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा है- 'सीट बंटवारे को लेकर वो अभी भारतीय जनता पार्टी के प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब तक भाजपा के तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। एक बार प्रस्ताव आ जाए फिर वो देखेंगे कि आगे क्या करना है। लेकिन एक बात तय है कि कोई भी जदयू को अनदेखा नहीं कर सकता है क्योंकि बिहार में जदयू बहुत मजबूत है।'
आगे उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में 40 सीट में से भले ही जदयू को 2 सीट मिली थी लेकिन कुल वोटों में 17 प्रतिशत वोट जदयू को मिला था। राजद के साथ गठबंधन तोड़ने पर बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वो भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकते हैं। मैंने लालू प्रसाद और उनके बेटे से कहा था कि वो जनता को बताया कि उनके पास इतना पैसा कहां से आया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकता हूं।
जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की बैठक में क्या हुआ-
- कार्यकारिणी ने नागरिकता संशोधन विधेयक का पार्टी द्वारा विरोध करने को भी दोहराया। इस विधेयक में अफगानिस्तान , बांग्लादेश या पाकिस्तान से आए हिंदुओं , सिखों , बौद्धों , जैनों , पारसी और ईसाइयों को छः वर्षों के प्रवास के बाद भारतीय नागरिकता के लिए योग्य होने का प्रावधान किया गया है। पार्टी ने कहा कि नागरिकता के लिए धर्म आधार नहीं हो सकता है।
- पार्टी नेताओं ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए राजग के घटक दलों के बीच सीटों के आवंटन को लेकर भाजपा के साथ तनावपूर्ण संबंध होने की खबरों को तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया और कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन एक साथ चुनाव लड़ेगा और भारी सफलता हासिल करेगा।
- जदयू महासचिव संजय कुमार झा ने संवाददाताओं से कहा कि यह फैसला बाद में किया जाएगा कि कौन पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राजग एक साथ चुनाव लड़ेगा और पूरे राज्य में भारी जीत हासिल करेगा।
- पार्टी नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुयी और अंतिम रूख तय करने के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया।
- जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि कोई संशय नहीं होना चाहिए कि कौन सा जेडी (यू) असली है। केवल एक ही जेडीयू है जिसके मुखिया नीतीश कुमार हैं।