मैं बहुत पीड़ा में, कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों के प्रदर्शन से हिल गया हूं: धनखड़
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 29, 2020 08:26 PM2020-01-29T20:26:11+5:302020-01-29T20:26:11+5:30
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘मैं बहुत पीड़ा में हूं। (मंगलवार को दीक्षांत समारोह में) जो हुआ उससे मैं पूरी तरह हिल गया हूं ...।’ उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जो चीजें कल हुईं, वो अचानक से नहीं हुई। कुलाधिपति को विधिवत आमंत्रित किए जाने के बावजूद बेकाबू भीड़ द्वारा आयोजन स्थल से जाने के लिए मजबूर किया गया।’’
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह से ‘‘भीड़’’ द्वारा उन्हें वापस जाने के लिए मजबूर करने के बाद वह पूरी तरह हिल गए हैं, लेकिन राज्य के विश्वविद्यालयों के संवैधानिक प्रमुख और कुलाधिपति होने के नाते उन्हें उनके कर्तव्य से कोई नहीं रोक सकता।
धनखड़ ने कहा, ‘मैं बहुत पीड़ा में हूं। (मंगलवार को दीक्षांत समारोह में) जो हुआ उससे मैं पूरी तरह हिल गया हूं ...।’ उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जो चीजें कल हुईं, वो अचानक से नहीं हुई। कुलाधिपति को विधिवत आमंत्रित किए जाने के बावजूद बेकाबू भीड़ द्वारा आयोजन स्थल से जाने के लिए मजबूर किया गया।’’
राज्यपाल जगदीप धनखड़ को छात्रों के एक समूह ने कलकत्ता विश्वविद्यालय के सालाना दीक्षांत समारोह में मंगलवार को शामिल नहीं होने दिया। इसके बाद, राज्यपाल परिसर से चले गए। आयोजन स्थल पर राज्यपाल के पहुंचने के ठीक बाद छात्रों ने काले झंडे दिखाए और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। कुछ छात्रों के हाथों में ‘सीएए नहीं’ और ‘एनआरसी नहीं’ के पोस्टर थे।
West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar: Yesterday's chain of events didn't happen spontaneously. 163 years of tradition was broken when the Chancellor (the Governor) was forced by an unruly mob, to leave the Calcutta University without awarding the degree at convocation. pic.twitter.com/tVNrbS2cOk
— ANI (@ANI) January 29, 2020