कर्नाटक में हार्स-ट्रेडिंग चरम पर, विधायकों को बस में भरकर शहर से दूर ले गई कांग्रेस!
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 16, 2018 08:37 PM2018-05-16T20:37:42+5:302018-05-16T20:52:15+5:30
अगर कांग्रेस या जेडीएस के 14 विधायक बहुमत साबित करते वक्त सदन से गायब हो जाएंगे तब भी बीजेपी सरकार बना लेगी।
बेंगलुरु, 16 मईः कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए तीनों पार्टियों में घमासान मची हुई है। राज्यपास वजुभाई वाला से मिलने के बाद एचडी कुमारस्वामी ने सरकार बनाने की बात की तो बीएस येदियुरप्पा कल शपथ लेने का खम ठोंक रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक सुरेश कुमार ने ट्वीट कर के यहां तक कह दिया है कि कल सुबह राजभवन में बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
ನಾಳೆ, ಗುರುವಾರ ಬೆಳಿಗ್ಗೆ ೯.೩೦ ಗಂಟೆಗೆ ರಾಜಭವನದಲ್ಲಿ ಸನ್ಮಾನ್ಯ ಬಿ.ಎಸ್.ಯಡ್ಯೂರಪ್ಪನವರು ರಾಜ್ಯದ ಮುಖ್ಯಮಂತ್ರಿಗಳಾಗಿ ಪ್ರಮಾಣವಚನ ಸ್ವೀಕರಿಸಲಿದ್ದಾರೆ. ಈ ಸಂತಸ ಗಳಿಗೆಯಲ್ಲಿ ಭಾಗಿಯಾಗಲು ಹೆಚ್ಚಿನ ಸಂಖ್ಯೆಯಲ್ಲಿ ಸೇರೋಣ.
— Sureshkumar (@nimmasuresh) May 16, 2018
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए 112 विधायकों की जरूरत है। येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी के पास 104 सीटें हैं और वे प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी के तौर उभरे हैं। आमतौर पर सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता दिया जाता रहा है।
#Karnataka: Congress MLAs arrive at Eagleton Resort near Bengaluru pic.twitter.com/A0kQeVYU9W
— ANI (@ANI) May 16, 2018
लेकिन बीते कुछ समय में यह रीति टूटी है। अगर चुनाव परिणाम के ठीक बाद कोई दो पार्टियां गठबंधन से बहुमत पा लेती हैं, तो उन्हें सरकार बनाने के अवसर मिले हैं। गोवा, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड के ताजा उदाहरण हैं। इसीलिए दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस ने तीसरे नंबर की पार्टी जनता दल सेक्यूलर को बिना शर्त समर्थन देकर पेंच फंसा दिया है। अब एचडी कुमारस्वामी सरकार बनाने का दावा ठोंक रहे हैं। (जरूर पढ़ेंः कर्नाटक LIVE: बीजेपी विधायक सुरेश कुमार का ट्वीट- कल सुबह 9:30 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे येदियुरप्पा)
लेकिन चूंकि बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए केवल 8 विधायकों की जरूरत है। और दूसरी तरफ ऐसा भी है कि अगर बहुमत साबित करते हुए 14 विधायक सदन में मौजूद ना रहें तब सरकार बीजेपी बना लेगी। ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस को अपने विधायक छिपाने पड़ रहे हैं।
कर्नाटक कांग्रेस केपीसीसी अशोक गहलोत का कहना है कि कांग्रेस के सभी 78 विधायक साथ रहेंगे। चाहे वे किसी होटल में रहें या फिर किसी और जगह। उनके अनुसार इस वक्त कर्नाटक में हार्स ट्रेडिंग यानी की विधायकों की खरीद-फरोख्त चरम पर है। इसलिए ऐसा करने पड़ रहा है।
Hotel or wherever we go, MLAs will stay together and discuss things. Congress is compelled to keep its MLAs together because of the horse-trading going on: Ashok Gehlot at KPCC, Bengaluru #KarnatakaElectionResults2018pic.twitter.com/EuyyyYqVLz
— ANI (@ANI) May 16, 2018