मुस्लिम युवक की बारात का हिन्दू समुदाय ने किया भव्य स्वागत, पेश की सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
By भाषा | Published: November 7, 2019 07:56 PM2019-11-07T19:56:53+5:302019-11-07T19:56:53+5:30
मध्य प्रदेश के हरदा जिले के रहाई कला गांव में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से दुल्हा विवाह करने के लिए आया था। गांव के लोगों से मिले प्यार और उनकी भावपूर्ण मेजबानी से उसे और उसके परिवार को हैरानी हुई।
मध्य प्रदेश के हरदा जिले के एक गांव में बहुसंख्यक हिन्दू समुदाय के लोगों ने अपने गांव के एकमात्र मुस्लिम परिवार की बेटी से विवाह करने के लिये विशाखापट्टनम से आई मुस्लिम युवक की बारात का भव्य स्वागत और मेजबानी कर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की है।
मध्य प्रदेश के हरदा जिले के रहाई कला गांव में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से दुल्हा विवाह करने के लिए आया था। गांव के लोगों से मिले प्यार और उनकी भावपूर्ण मेजबानी से उसे और उसके परिवार को हैरानी हुई।
गांव के एक मात्र मुस्लिम परिवार याह्या खान की बेटी रफिया खान (25) का बुधवार की रात विशाखापट्टनम के रहने वाले परवेज खान के बेटे जुबेर खान (28) के साथ निकाह हुआ। गांव वालों ने याह्या खान से कहा कि उनके परिवार के पीढ़ियों से आपसी संबंध हैं इसलिए दूल्हे का स्वागत पहले वह लोग करना चाहेंगे।
योजना के अनुसार, गांव में राम कृष्ण पटेल के परिवार ने सबसे पहले दूल्हे का स्वागत किया। बारात गांव की गलियों से निकली तो महिलाओं और पुरूषों ने फूल बरसाए और आतिशबाजी कर बारातियों का स्वागत किया।
पटेल ने कहा ‘‘खान परिवार के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं और उन्हें परिवार का सदस्य ही माना जाता है । उनकी बेटी की शादी हमारी अपनी बेटी की तरह है इसलिए पहले हमने दूल्हे और उसके परिवार का स्वागत किया।’’ याह्या खान ने कहा ‘‘मेरा परिवार पीढ़ियों से यहां रहने वाला इकलौता मुस्लिम परिवार है। पूरे गांव ने मेरी बेटी की शादी में बारात का स्वागत किया। गांव वालों से मिले सम्मान और प्यार से मेरा परिवार अभिभूत है।’’
दूल्हे जुबेर ने कहा, ‘‘मैं गांव वालों द्वारा किए गये स्वागत से, विशेषकर यहां हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच प्यार को देखकर बहुत खुश हूं । बड़े शहरों में ऐसी चीजें नजर नहीं आतीं। यहां के लोगों से मिले स्नेह के लिए मैं उनका दिल से आभारी हूं। यह लाजवाब था।’’