पूर्वी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश, वर्षा जनित हादसों में कम से कम 13 लोगों की मौत
By भाषा | Updated: September 16, 2021 20:14 IST2021-09-16T20:14:48+5:302021-09-16T20:14:48+5:30

पूर्वी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश, वर्षा जनित हादसों में कम से कम 13 लोगों की मौत
लखनऊ, 16 सितंबर उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून ने खासा जोर पकड़ लिया है और पिछले 24 घंटों में इन इलाकों में ज्यादातर स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई। इस दौरान हुई तेज बारिश के कारण हुए हादसों में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई है।
आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में प्रतापगढ़ और अयोध्या में सबसे ज्यादा 20-20 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा फुरसतगंज (अमेठी) में 19, कुंडा (प्रतापगढ़), मऊ (चित्रकूट), पट्टी (प्रतापगढ़), बस्ती, लालगंज (प्रतापगढ़) तथा रायबरेली में 17-17 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। राजधानी लखनऊ में 11 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
प्रदेश के पूर्वी इलाकों में अनेक जगहों पर बुधवार रात से शुरू हुई बारिश बृहस्पतिवार रात तक जारी रही, जिसके कारण जगह-जगह जलभराव हो गया। सड़कें और रेल मार्ग जलमग्न होने के कारण यातायात पर बुरा असर पड़ा।
बारिश के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों में दीवार अथवा मकान गिरने की घटनाओं में मलबे में दबकर कम से कम 13 लोगों की मौत होने की सूचना है। जौनपुर में चार, फतेहपुर में तीन, बाराबंकी और प्रतापगढ़ में दो-दो तथा कुशीनगर और सुलतानपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है।
जौनपुर से प्राप्त सूचना के मुताबिक जिले में बारिश के कारण कच्चे मकानों की दीवार ढहने की अलग-अलग घटनाओं में मलबे में दबकर एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई।
अपर जिलाधिकारी (राजस्व) राजकुमार द्विवेदी ने बताया कि सुजानगंज थाना क्षेत्र के सरायखानी गांव में भरत लाल जायसवाल (38) और उसका परिवार बुधवार रात अपने कच्चे मकान में सो रहा था। सुबह करीब चार बजे अचानक उनके घर की एक दीवार ढह गई। इस हादसे में भरत लाल, उसकी पत्नी गुलाबा देवी (34) और बेटी साक्षी 10) की मौत हो गई। घटना में घायल रेखा देवी और काजल का इलाज किया जा रहा है।
दूसरी घटना में सिकरारा थाना क्षेत्र के सकल देल्हा गांव निवासी उर्मिला देवी(47) बुधवार को अपने कच्चे मकान में सो रही थी तभी मकान की जर्जर दीवार ढह गई, जिसके मलबे में वह दबने से उनकी मौत हो गयी।
फतेहपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार, जिले में बुधवार रात कच्चे मकान गिरने की अलग-अलग घटनाओं में तीन लड़कियों की मौत हो गयी।
सुल्तानपुर घोष थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अरविंद कुमार गौतम ने बताया कि बुधवार आधी रात को दरियापुर मजरे मोहम्मदपुर गौंती गांव में कच्चा मकान गिरने से उसके मलबे में दबकर राकेश लोधी की बेटियों तीया (18) और तीन साल की मुस्कान की मौके पर ही मौत हो गयी।
इसी प्रकार कल्यानपुर के महरहा गांव में बुधवार की रात भिखारी लाल (35) अपनी पत्नी सुनीता (30) और दो साल की बेटी कोमल के साथ सो रहा था, तभी करीब दो बजे उसका कच्चा मकान गिर गया। पड़ोसियों ने मलबा हटाकर तीनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बच्ची कोमल की मौत हो चुकी थी। घायल भिखारीलाल और उसकी पत्नी सुनीता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बाराबंकी से प्राप्त सूचना के मुताबिक, असंद्रा थाना क्षेत्र के बसायगपुर ढेमा गांव में तेज हवाओं के साथ लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बुधवार देर रात एक मकान की कच्ची दीवार ढह गई। उसके मलबे में दबकर 40 वर्षीय अरविंद कुमार यादव और उसके आठ साल के बेटे मिथिलेश की मौत हो गई।
वहीं, प्रतापगढ़ जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के गोटेगांव में बारिश के कारण गिरी दीवार के मलबे में दबकर रमजान (18) नामक युवक तथा कंधई थाना क्षेत्र के गढ़ी चक गांव में कच्चा मकान ढहने से मलबे में दबकर उर्मिला मिश्रा (55) नामक महिला की मौत हो गयी।
कौशांबी जिले के सराय अकिल क्षेत्र स्थित बिरनेर गांव में बुधवार रात भारी बारिश के कारण एक मकान ढहने से मलबे में दबकर मुर्दी देवी (62) नामक महिला की मौत हो गयी जबकि उसका पति प्रेम नारायण घायल हो गया।
सुलतानपुर जिले में बारिश के कारण गोसाईगंज थाना क्षेत्र के माधवपुर छतौना ग्राम में बृहस्पतिवार को कच्ची दीवार गिरने से मलबे में दबकर गुंजन (पांच) नामक बच्ची की मृत्यु हो गई जबकि उसकी बहन गंभीर रूप से घायल हो गई।
प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है।
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