मुरादाबादः कोरोना को हराकर घर लौटी 19 साल की लड़की ने शेयर किया एक्सपीरियंस, बताया- अस्पताल में कैसा था हेल्थकेयर वर्कर्स का बिहेवियर
By सुमित राय | Updated: April 21, 2020 19:00 IST2020-04-21T19:00:04+5:302020-04-21T19:00:04+5:30
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की पहली कोरोना संक्रमित 19 साल की लड़की ने ठीक होने के बाद अस्पताल का अनुभव बताया है।

मारीषा शुक्ला ने बताया कि अस्पताल में हेल्थकेयर वर्कर्स ने मेरी अच्छी देखभाल की। (फोटो सोर्स- एएनआई)
कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में लगातार बढ़ रहा है, लेकिन इस बीच काफी लोग ठीक होकर अपने घर वापस भी आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की पहली कोरोना संक्रमित लड़की मारीषा शुक्ला ने भी कोरोना को हरा दिया है और घर वापस आ गई है। घर आने के बाद मारीषा ने अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है और बताया है कि अस्पताल में हेल्थकेयर वर्कर्स का व्यवहार कैसा था।
मारीषा शुक्ला ने बताया, "अस्पताल में हेल्थकेयर वर्कर्स ने मेरी अच्छी देखभाल की, मैं उनके बिना ठीक नहीं होती। मेरे संपर्क में आए सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।" मारीषा ने आगे कहा, "डॉक्टर, पुलिस और प्रशासन हमारे लिए काम कर रहे हैं, हमें उनके साथ सहयोग करना चाहिए।"
Healthcare workers took good care for me,I wouldn't have recovered without them. All my contacts have tested negative.The doctors,police&administration are working for us, we must cooperate with them: Marisha Shukla, 1st COVID19 patient from Morabdabad who has now fully recovered pic.twitter.com/x93AoNTdhn
— ANI UP (@ANINewsUP) April 21, 2020
बता दें कि 19 साल की मारीषा शुक्ला पिछले एक साल से फ्रांस में रहकर पढ़ाई कर रही थीं और 15 मार्च को भारत लौटी थीं। इसके बाद बुखार और जुकाम की शिकायत पर उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया, जहां उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
हालांकि तीसरे दिन मारीषा के बुखार और जुकाम की शिकायत दूर हो गई, लेकिन 29 मार्च को कराया गया दूसरा टेस्ट भी पॉजिटिव आया। इसके बाद तीसरे टेस्ट में मारीषा की रिपोर्ट निगेटिव आई और शुक्रवार को चौथी रिपोर्ट भी निगेटिव आने के बाद 108 एंबुलेंस से उन्हें घर छोड़ दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब तक 1294 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। राज्य में अब तक इस महामारी से 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 140 लोग ठीक हुए हैं।